15 वर्षों से बंधुआ मजदूरी कर रहा युवक हुआ मुक्त

बचपन बचाओ के कार्यकर्ताओं ने निभायी अहम भूमिका सहरसा : बचपन बचाओ आंदोलन के नेताओं द्वारा अमृतसर पंजाब में लगभग 15 वर्षों से बंधुआ मजदूरी कर रहे 28 वर्षीय मुकबधिर युवक जितेंद्र कुमार साह को मुक्त कराया है. मुक्त कराये गये बंधुआ मजदूर को सोमवार को सामाजिक सुरक्षा विभाग लाया गया. जहां इसे बंधुआ मजदूर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2018 2:42 AM

बचपन बचाओ के कार्यकर्ताओं ने निभायी अहम भूमिका

सहरसा : बचपन बचाओ आंदोलन के नेताओं द्वारा अमृतसर पंजाब में लगभग 15 वर्षों से बंधुआ मजदूरी कर रहे 28 वर्षीय मुकबधिर युवक जितेंद्र कुमार साह को मुक्त कराया है. मुक्त कराये गये बंधुआ मजदूर को सोमवार को सामाजिक सुरक्षा विभाग लाया गया. जहां इसे बंधुआ मजदूर होने का प्रमाणपत्र दिया जायेगा. इस बाबत जानकारी देते बचपन बचाओ आंदोलन के घुरण महतो ने बताया कि जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत मुशहरनिया गांव का बाल मजदूर, जो पूर्ण रूप से मुकबधिर है, 15 वर्ष पूर्व बहला फुसलाकर पंजाब ले जाया गया था. जहां से उसकी वर्षों से जानकारी नहीं मिल पा रहा थी. पुत्र शोक में पिता की कुछ वर्ष पूर्व मृत्यु हो गयी. उन्होंने बताया कि युवक के गांव के मणिकांत सिंह के द्वारा उक्त बंधुआ मजदूर की जानकारी मिली. जिसकी सूचना बचपन बचाओ
आंदोलन के संयोजक को दी गयी. जिस आधार पर अमृतसर के दाना भिंडी पंचायत अंतर्गत लोपो गांव से सरदार आलम सिंह के यहां से युवक को बरामद किया गया है. जानकारी मिलने पर बंधुआ मजदूर की मां व छोटा भाई अमृतसर जाकर भाई की पहचान करते हुए वापस सहरसा लाया है. उन्होंने कहा कि आंदोलन के कार्यकर्ताओं द्वारा फाइन के रूप में सरदार आलम सिंह से मजदूरी के एवज में 38 हजार रुपये उसकी मां को दिलाया गया है. उन्होंने कहा कि मुक्त बंधुआ मजदूर को बंधुआ मजदूर के रूप में मुक्त किये जाने का सामाजिक सुरक्षा विभाग से प्रमाण पत्र दिया जायेगा. जिससे सरकारी सुविधा मिल पायेगी.

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