सहरसा : बिहार के सहरसा में जमीन के हिस्से के खातिर चंडाल बनी चाची ने चार वर्षीय मासूम भतीजे की हत्या कर दी. पुलिस ने चाची को गिरफ्तार कर लिया है व शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज मामले की जांच में जुट गयी है. बनमा ईटहरी प्रखंड के ठढ़ीया गांव की घटना के बाबत मृतक के दादा ने बताया कि बीती रात अपने पोते के साथ घर में ही गहरी नींद में सोया हुआ था. इसी दौरान मेरी बड़ी बहू हसीना खातून देर रात सोये अवस्था में मेरे पोता को उठा लिया और हत्या कर शव को बाढ़ के पानी में फेंक दिया. सुबह होते ही परिजनों ने बिस्तर से गायब बच्चे खोजबीन शुरू कर दी. जहां बच्चे का शव बाढ़ के पानी में फेंका हुआ पाया गया.
घटना की जानकारी पुलिस को मिलते ही घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. साथ ही मामले की छानबीन शुरू कर दी. इस बाबत सिमरी बख्तियापुर डीएसपी ने बताया कि मृतक के दादा मो शमशुद्दीन को दो पत्नी थी. पहली पत्नी से एक पुत्र और दूसरी पत्नी से दो पुत्र था. शमशुद्दीन के नाम से कुल तीन कट्ठा जमीन थी. जिसका बंटवारा शमशुद्दीन की बड़ी बहू हसीना खातून दो भाग में चाहती थी. लेकिन, शमशुद्दीन ने अपने तीनों बेटे के बीच एक-एक कठ्ठा करके जमीन का बंटवारा कर दिया.
शमशुद्दीन का यही फैसला उसकी बड़ी बहू को नागवार गुजरा. जिस वजह से चाची चार वर्षीय भतीजे की जान की दुश्मन बन बैठी. जहां बीती रात मौका मिलते ही उसकी हत्या कर शव को ठिकाने लगाने की नीयत से बाढ़ के पानी में फेंक दिया. हालांकि जमीन की बंटवारा लगभग पांच वर्ष पहले ही किया गया था. तब से ही शमशुद्दीन की बड़ी बहू उनलोगों के जान की दुश्मन बनी हुई थी. इससे पूर्व में भी बच्चे को जान से मारने की प्रयास किया था, जिसमें वह पूरी तरह असफल रही. मामला सामने के बाद ग्रामीण स्तर से निपटारा कर मामला को रफा दफा कर दिया गया. लेकिन, हसीना खातून अपनी आदत से बाज नहीं आयी.