26 माह बाद सहरसा-गढ़बरूआरी रेलखंड पर ट्रेन की पहली सीटी सुनते ही खिल उठे यात्रियों के चेहरे
सहरसा : गुरुवार का दिन कोसीवासियों के लिए एेतिहासिक रहा. कोसी के इलाके से राजधानी दिल्ली तक जोडने के लिए वैशाली के परिचालन के साथ कोसीवासियों को दो अन्य रेल लाइन की सौगात मिली. सहरसा-गढ़बरूआरी व सहरसा-बरहराकोठी अमान परिर्वतन कार्य पूरा होने के बाद 26 माह के बाद पहली बार इस रेलखंड पर ट्रेन की […]
सहरसा : गुरुवार का दिन कोसीवासियों के लिए एेतिहासिक रहा. कोसी के इलाके से राजधानी दिल्ली तक जोडने के लिए वैशाली के परिचालन के साथ कोसीवासियों को दो अन्य रेल लाइन की सौगात मिली. सहरसा-गढ़बरूआरी व सहरसा-बरहराकोठी अमान परिर्वतन कार्य पूरा होने के बाद 26 माह के बाद पहली बार इस रेलखंड पर ट्रेन की सीटी सुनाई दी.
हालांकि ट्रेन परिचालन के लिए जो समय सीमा निर्धारित की गई थी, उसमें विलंब हुई. लेकिन लोगों की उत्सुकता कम नहीं थी. सुबह चार बजे से ही लोगों का हुजूम सहरसा जंक्शन पर पहुंचना शुरू हो गया था.
प्लेटफॉर्म नंबर दो पर मंच तैयार किया गया था. सुबह सात बजे तक मंच के हजारों की भीड इकठ्ठा हो गई थी. पूरा प्लेटफॉर्म लोगों की भीड से खचाखच भरा था. सबसे पहले सहरसा-गढ़बरूआरी प्लेटफॉर्म नंबर एक से व सहरसा-बरहरा कोठी प्लेटफॉर्म नंबर तीन से बिहार सरकार में कला संस्कृति व युवा विभाग मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, सांसद पप्पू यादव, प्रभारी डीआरएम अतुल प्रियदर्शी, सीनियर डीसीएम वीरेंद्र कुमार, सीनियर डीओएम अमरेश कुमार, विधायक अरूण कुमार ने मंच से एक साथ हरी झंडी दिखाकर दोनों ट्रेनों को एक साथ रवाना किया. मंच पर आरपीएफ कमांडेंट अंशुमान त्रिपाठी, सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल आदि मौजूद थे.
गुब्बारे व फूलों से सजा था वैशाली का हर कोच
बीते बुधवार की रात करीब साढ़े 12 बजे ही नई दिल्ली से चलकर सहरसा जंक्शन वैशाली सुपरफास्ट आ गई थी. गुरुवार को यह ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर दो से निर्धारित समय 6 बजकर 15 मिनट पर खुलना था.
लेकिन उद्घाटन को लेकर रेल अधिकारियों ने इसके परिचालन का समय सुबह सात बजे रखा था. लेकिन विलंब होने के कारण यह ट्रेन सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर नई दिल्ली के लिए रवाना हुई. 22 कोच की इस ट्रेन को गुब्बारा व फूलों से सजाया गया था. प्लेटफॉर्म पर लगते ही इस ट्रेन के साथ हर कोई सेल्फी लेने को बेताब था. एलएचबी कोच के साथ इस ट्रेन में पेंट्री कार की सुविधा उपलब्ध है.
सात एसी कोच के अलावा नौ स्लीपर व तीन सामान्य कोच है. सुबह आठ बजकर दस मिनट पर सांसद पप्पू यादव, प्रभारी डीआरएम अतुल प्रियदर्शी व सीनियर डीसीएम वीरेंद्र कुमार व विधायक अरूण कुमार ने वैशाली को एक साथ मंच से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. गार्ड कर्ण कुमार व चालक बीके राय इस ट्रेन को लेकर रवाना हुए. वहीं कोच कंडक्टर जेपी रजक, टीटीई नीतिश, बीके भारती व रंधीर चौधरी को बरौनी तक इस ट्रेन में डयूटी लगाई गई थी.
26 माह बाद सहरसा-गढ़बरूआरी रेलखंड पर ट्रेन की पहली सीटी सुन खिल उठे यात्रियों के चेहरे
सहरसा-गढ़बरूआरी स्पेशल प्लेटफॉर्म नंबर एक से रवाना हुई. सुबह सात बजकर 32 मिनट पर 26 माह बाद सहरसा-गढ़बरूआरी रेलखंड पर ट्रेन की पहली सीटी सुनते ही यात्रियों के चेहरे खुशी से खिल उठे.
लोगों ने एक-दूसरे पर गुलाल उठाकर ठुमके लगाए. वैसे सहरसा-गढ़बरूआरी स्पेशल को सात बजकर दस मिनट पर ही रवाना होना था. लेकिन उदघाटन में आई देरी के चलते यह ट्रेन प्लेटफॉर्म लंबर एक से 7 बजकर 32 मिनट पर रवाना हुई. सहरसा से गढ़बरूआरी पहुंचने के लिए इस ट्रेन को 50 मिनट तक समय निर्धारित किया गया है.
वहीं पैंसेजर ट्रेन को सहरसा से बरहरा कोठी पहुंचने के लिए साढे तीन घंटे का समय निर्धारित किया गया है. गार्ड कर्ण कुमार, चालक रंजन कुमार व सहायक चालक संजय राय स्पेशल पैंसेजर को लेकर रवाना हुए.
समस्तीपुर से गढ़बरूआरी जुटेगा लिंक
सहरसा से गढ़बरुआरी व सहरसा से बरहरा कोठी के बीच गुरुवार को लोकार्पण के बाद स्पेशल पैंसेजर ट्रेन चलायी गयी. पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे द्वारा दोंनों रेल खंडों पर ट्रेनों का परिचालन को लेकर कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है. गुरुवार देर शाम तक नोटिफिकेशन आ जाएगा. जिसके बाद दोनों रेलखंडों पर ट्रेनों का परिचालन निर्धारित समय पर होगा.
प्रभारी डीआरएम ने बताया कि समस्तीपुर से सहरसा तक लिंक पैसेंजर चलाया जाएगा. ताकि समस्तीपुर से गढ़बरूआरी तक यात्री को लिंक मिल सके और यात्री यमय पर पहुंच सके. वहीं सहरसा बरहरा काठो को भी समस्तीपुर लिंक से जोडा जाएगा. खबर लिखे जाने तक रेलवे बोर्ड ने दोनों रेलखंडों पर ट्रेनों का परिचालन को लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया था.
सहरसा-बरहरा कोठी प्लेटफॉर्म नंबर तीन से हुई रवाना
सहरसा-बरहरा कोठी प्लेटफॉर्म नंबर तीन से रवाना हुई. बनमनखी से बरहरा कोठी 16 किलोमीटर अमान परिर्वतन कार्य में 729 करोड की लागत आई. 16 दिसंबर 2016 को अमान परिवर्तन के लिए बनमनखी से बरहरा कोठी तक मेगा ब्लॉग लिया गया था. उदघाटन के बाद इस स्पेशल ट्रेन को गार्ड दिनेश, चालक आरबीके भारती व सहायक चालक वीरेंद्र कुमार रवाना हुए.
13 वर्ष बाद मिली कोसी को वैशाली : वर्ष 2005 में सहरसा-मानसी बडी रेल लाइन के उदघाटन के दौरान तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्लेटफॉर्म नंबर दो से ही मंच से यह घोषणा की था कि जल्द ही वैशाली का विस्तार सहरसा से किया जाएगा. लेकिन वाशिंग पिट व प्लेटफॉर्म की कमी के चलते इस ट्रेन के परिचालन में देरी हुई.
कोपरिया में जानकी एक्सप्रेस का ठहराव दो मिनट : रेलवे बोर्ड द्वारा कोपरिया में जानकी एक्सप्रेस के ठहराव की मंजूरी मिल गई है. यह गुरुवार से ही लागू हो गई. अप में यह ट्रेन 4 बजकर 30 मिनट पर कोपरिया पहुंचेगी और 4 बजकर 32 मिनट पर खुलेगी. जबकि डाउन में यह ट्रेन सुबह 10 बजकर 3 मिनट पर पहुंचेगी.