profilePicture

पहली बार 2000 स्कूली बच्चे डाक टिकट की रंगीन दुनिया से होंगे रूबरू

सहरसा : स्कूलों में गर्मी की छुट्टी होने वाली है. ऐसी स्थिति में बच्चों के समय का सही उपयोग एवं उनके शिक्षाप्रद मनोरंजन के लिए डाक विभाग ने अपने सभी प्रधान डाकघरों व मुख्य डाकघरों में फिलैटली समर कैंप का आयोजन दो चरणों में करने की योजना तैयार की है.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2019 6:50 AM

सहरसा : स्कूलों में गर्मी की छुट्टी होने वाली है. ऐसी स्थिति में बच्चों के समय का सही उपयोग एवं उनके शिक्षाप्रद मनोरंजन के लिए डाक विभाग ने अपने सभी प्रधान डाकघरों व मुख्य डाकघरों में फिलैटली समर कैंप का आयोजन दो चरणों में करने की योजना तैयार की है.

पोस्टमास्टर जनरल पूर्वी क्षेत्र बिहार अनिल कुमार के निर्देश पर समर कैंप के दौरान फिलैटली प्रदर्शनी, पत्र लेखन, स्टांप डिजाइन प्रतियोगिता एवं फिलैटली क्विज का आयोजन होगा. प्रतिभागियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र से सम्मानाति किया जायेगा.
प्रथम चरण में यह समर कैंप 25 एवं 26 मई व दूसरे चरण में 1 व दो जून को लगेगा. इसमें अमूल्य डाक टिकटों के संग्रह को प्रदर्शित किया जायेगा. समर कैंप में 100 से भी अधिक विद्यालयों के 2000 से अधिक बच्चे भाग लेंगे. जिसमें टिकट संग्रह के महत्व के साथ टिकट के रंगीन दुनिया से बच्चों को परिचित कराया जायेगा. कैंप में बच्चों को डाकघर भ्रमण कराया जायेगा. साथ ही डाकघर एवं इसकी नवीनतम एवं आधुनिक सेवाओं से उन्हें परिचित कराया जायेगा.
प्रधान डाक अधीक्षक डीके दास ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर बच्चों एवं उनके माता-पिता, शिक्षक, अतिथियों के लिए माई स्टांप का विशेष काउंटर भी लगाया जायेगा. जिससे मौजूद सभी लोग अपना खुद की फोटो लगी हुई माई स्टांप भी बनवा सकेंगे. समर कैंप के जरिए बच्चों को डाकघर द्वारा चलायी जा रही दीन दयाल स्पर्श छात्रवृति योजना के बारे में भी जानकारी दी जायेगी.
जिसका लाभ बच्चे फिलैटली डिपोजिट एकाउंट खुलवाकर ले सकते हैं एवं आगामी इस छात्रवृति योजना परीक्षा में सम्मिलित भी हो सकेंगे. इस समर कैंप में सिर्फ स्कूली बच्चे ही भाग ले सकेंगे. डाक अधिकारी ने कहा कि फिलाटेली शब्द डाक टिकटों के संकलन और इसके अध्ययन को इंगित करता है. अधिकारी ने बताया कि बिहार के प्रत्येक जिले में पहली बार इस तरह के समर कैंप का आयोजन किया रहा है.

Next Article

Exit mobile version