सहरबा में कैंसर फैलने के कारण का पता लगाने में जुटी पीएचइडी की टीम, 33 चापाकलों से पानी के लिये सैंंपल
सत्तरकटैया : प्रखंड के सत्तर पंचायत स्थित सहरबा सहित आसपास के गांव में तेज गति से फैल रही कैंसर रोग के कारण का पता लगाने में पीएचइडी विभाग की टीम भी जुट गयी है. सोमवार को प्रभात खबर में सहरबा गांव में कैंसर फैलने का कारण कहीं पानी तो नहीं नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर […]
सत्तरकटैया : प्रखंड के सत्तर पंचायत स्थित सहरबा सहित आसपास के गांव में तेज गति से फैल रही कैंसर रोग के कारण का पता लगाने में पीएचइडी विभाग की टीम भी जुट गयी है. सोमवार को प्रभात खबर में सहरबा गांव में कैंसर फैलने का कारण कहीं पानी तो नहीं नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर पर पीएचइडी विभाग ने संज्ञान लिया.
पीएचइडी विभाग की टीम सहरबा एवं मेनहा गांव पहुंची व 33 चापाकल के पानी का सैंपल जांच के लिया. एसई के नेतृत्व में विभागीय टीम गांव में घूम घूमकर स्थानीय लोगों से बातचीत की एवं चापाकल तथा पानी का निरीक्षण किया.
इस मौके पर मौजूद पूर्व जिला पार्षद प्रवीण आनंद, जाप नेता शैलेंद्र शेखर, जदयू के प्रदेश स्तरीय नेता किशोर कुमार सिंह, जदयू नेता सुरेश यादव, ग्रामीण किशोर यादव, मनोज यादव सहित कई ने बताया कि इस गांव के लोग चापाकल के पानी पर ही निर्भर हैं. इस गांव में आरओ का बोतल बंद पानी नहीं आता है. गांव के लोगों की ऐसी आर्थिक स्थिति भी नहीं है कि आरओ का पानी पी सके.
पीएचडी विभाग द्वारा वार्ड में जो नलजल योजना के तहत पंप लगाया जा रहा है. उसका पानी अभी शुरू नहीं हुआ है. रफ्तार काफी धीमी चल रही है. जिस वार्ड में नल जल का पानी चालू है, वह पीने के लायक नहीं है. लोग नल जल की पानी से खेत का पटवन करते हैं. इस गांव के पानी में हल्का आयरन है, जो देखने को मिल रहा है. लेकिन पानी में आर्सेनिक होना कैंसर का कारण बन सकता है.
पानी की जांच अभी तक नहीं की गयी है. ग्रामीणों ने चापाकल के पानी की अविलंब जांच कराने की मांग की थी तथा गांव के लोगों को नलजल का स्वच्छ एवं शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की मांग रखी है. टीम में एससी के एल बैठा, एसडीओ आलोक रंजन, जेई जे के आलम मौजूद थे.
कैंसर से मारने वालों की संख्या हुई पचास, 18 ग्रसित: सहरबा सहित सत्तर पंचायत में विगत दो वर्षों में कैंसर से मारने वालों की संख्या 50 पार कर चुकी है. वहीं वर्तमान समय में डेढ़ दर्जन लोग जीवन और मौत से जूझ रहे हैं.
प्रभात खबर द्वारा इस मामला को संज्ञान में लिए जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आयी है. डीएम के निर्देश पर सीएस के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने सहरबा एवं मेनहा गांव का दौरा भी किया और सत्यता कबूल कर सीएस द्वारा डीएम तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा गया है. लेकिन अभी तक राज्य व केंद्र स्तर से विशेषज्ञों की कोई टीम नहीं पहुंची है.
ग्रामीणों का कहना है कि इस पंचायत में कैंसर जैसे असाध्य रोग इतनी तेजी से किस कारण से फैल रहे हैं. इस बात का पता नहीं लगाया गया तो निकट भविष्य में और भी लोगों की मौत हो सकती है. कैंसर से मरने वाले तथा मरीजों की लंबी सूची देख लोगों में भय का माहौल बन गया है. शरीर में कही भी किसी कारण से पीड़ा होने पर कैंसर होने की आशंका घर कर जाती है.
पीएचसी की टीम कर रही है सर्वे: सहरबा सहित आसपास के गांव में कैंसर से मरने वाले तथा कैंसर पीड़ित मरीज का सर्वे पीएचसी पंचगछिया के टीम के द्वारा किया जा रहा है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उदयानंद पासवान के नेतृत्व में दो मेडिकल टीम बनायी गयी है. जो कैंसर मरीजों की जांच करेगी.
राज्य स्तरीय विशेषाज्ञों की टीम करेगी जांच
जिला प्रशासन की रिपोर्ट एवं जदयू के प्रदेश नेता किशोर कुमार सिंह की पहल पर राज्य स्तरीय विशेषज्ञों की टीम के पहुंचने की संभावना प्रबल हो गयी है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रधान सचिव के निर्देश पर राज्य स्तरीय टीम गठित की जा रही है. जो इसी सप्ताह पहुंचकर कैंसर फैलने के कारण एवं रोकथाम पर काम करेगी.
एक माह में शुरू हो जायेगी नल जल योजना के पानी की सप्लाई
सहरबा गांव से पानी का सैंपल लिया गया है, जिसकी रिपोर्ट दो दिन में मिल जायेगी. जल नल योजना का पानी ग्रामीणों को एक माह के अंदर सप्लाई शुरू कर दिया जायेगा.
के एल बैठा, एएसई, पीएचईडी विभाग