बिहार में सामूहिक खेती को बढ़ावा दे रही सरकार : कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार

सहरसा : बिहार कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र एवं पंचायतों में कृषि कार्यालय के शिलान्यास के मौके पर जिला कृषि कार्यालय पहुंचे कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने गुरुवार को मीडिया के साथ वार्ता की. उन्होंने कहा कि किसानों को पंचायतों में ही कृषि संबंधित सभी कार्य पूरा कराने को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2020 9:42 AM

सहरसा : बिहार कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र एवं पंचायतों में कृषि कार्यालय के शिलान्यास के मौके पर जिला कृषि कार्यालय पहुंचे कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने गुरुवार को मीडिया के साथ वार्ता की. उन्होंने कहा कि किसानों को पंचायतों में ही कृषि संबंधित सभी कार्य पूरा कराने को लेकर पंचायत कार्यालय खोला जा रहा है. जिसके तहत उन्होंने गुरुवार को 40 कार्यालय भवन का उद्घाटन किया. साथ ही मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य कारोबारियों को दिये जा रहे वाहन की चाबी लाभार्थियों को दी.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य के 8405 पंचायतों में कृषि कार्यालय खोले जायेंगे, जहां किसान सलाहकार कृषकों को लाभ पहुंचाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने एवं कृषकों की आय दोगुना करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार कृत संकल्पित है. राज्य में 80 प्रतिशत लोगों की आजीविका कृषि है और इसे ध्यान में रखते हुए कृषि रोड मैप बनाया गया है, जो पूरी तरह सफल है. उन्होंने कहा कि सहकारी संघ के माध्यम से दूध उत्पादन में राज्य आगे बढ़ रहा है. सुधा दूध की राज्य के अलावे बंगाल, झारखंड उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली तक बिक्री की जा रही है. साथ ही दूध से 23 तरह की मिठाईयों का निर्माण भी कराया जा रहा है.

उन्होंने आगे बताया कि प्रोसेसिंग के लिए राज्य में नौ प्लांट कार्यरत हैं, जबकि 15 नये प्लांट का निर्माण का कार्य चल रहा है. सामूहिक खेती के लिए समूह बनाये जा रहे हैं. खेती के साथ मत्स्य पालन, गौ पालन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन के अलावे मशरूम की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. मत्स्य के क्षेत्र में काफी उत्पादन बढ़ा है. कम जमीन में भी मछली के उत्पादन के लिए कृषकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उत्पादन के लिए सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है. राज्य के अलग-अलग जिलों के जलवायु के हिसाब से खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. विपरीत परिस्थिति में भी किसान उत्पादन बढ़ाने का काम कर रहे हैं. जिससे राष्ट्रीय स्तर पर बिहार को दो पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि कृषि राज्य ही नहीं देश की रीढ़ है और कृषि में पढ़े लिखे युवा भी आ रहे हैं.

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