घटना हादसा ही रहे, नहीं बने परंपरा

कहरा (सहरसा) : परमिनिया गांव में पति रामचरित्र मंडल के निधन के बाद चिता में उनकी पत्नी दिवा देवी के कूद कर जान दे देने के बाद से घटना व गांव दोनों लगातार चर्चा में बना हुआ है. उनके आवास पर रोज सुबह से ही जमघट लग रही है. लोग दिवा देवी के मौत की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2014 9:22 AM
कहरा (सहरसा) : परमिनिया गांव में पति रामचरित्र मंडल के निधन के बाद चिता में उनकी पत्नी दिवा देवी के कूद कर जान दे देने के बाद से घटना व गांव दोनों लगातार चर्चा में बना हुआ है. उनके आवास पर रोज सुबह से ही जमघट लग रही है. लोग दिवा देवी के मौत की ही चर्चाएं कर रहे हैं. घटना को जानने वाले कहते हैं कि सौ-दो सौ साल में ऐसी अनहोनी हो जाती है, जो चिर समय तक याद रखने वाली कहानी बन जाती है.
इस गांव में बीते शनिवार को जो हुआ. उसे भूले नहीं भुलाया जा सकता है. पति के प्रति समर्पित वृद्धा का चिता में कूद जान दे देना सिर्फ उसका अंतहीन समर्पण व पति के लिए ही जीवन त्याग दिखाता है. घटी घटना को स्वीकार तो करना ही होगा. वे यह भी कहते हैं कि ऐसी कहानी फिर से रची न जाए. बस ऐसी दुआ करते हैं. ग्रामीण सहित अन्य लोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए.

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