मारपीट से तंग तीन छात्राएं भागी
पुरैनी : पुरैनी प्रखंड स्थित कस्तूरबा विद्यालय से गुरुवार की शाम तीन मूक-बधिर छात्राएं भाग कर चौसा पहुंच गयी. देर रात चौसा में उन्हें एक परिवार ने संरक्षण दिया और अभिभावकों को सूचना दी. छात्राओं ने विद्यालय के हॉस्टल में वार्डन पर मारपीट करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए चौसा थाना में आवेदन […]
पुरैनी : पुरैनी प्रखंड स्थित कस्तूरबा विद्यालय से गुरुवार की शाम तीन मूक-बधिर छात्राएं भाग कर चौसा पहुंच गयी. देर रात चौसा में उन्हें एक परिवार ने संरक्षण दिया और अभिभावकों को सूचना दी. छात्राओं ने विद्यालय के हॉस्टल में वार्डन पर मारपीट करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए चौसा थाना में आवेदन दिया.
थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. वहीं वार्डन ने इस आरोप को गलत बताया है. प्रखंड मुख्यालय के बीआरसी परिसर में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में छठी कक्षा की तीन मूक-बधिर छात्रा गुरुवार की संध्या को विद्यालय से भाग कर किसी तरह देर शाम चौसा पहुंची. इनमें चौसा प्रखंड के लौआलगान की रूखसाना खातून एवं सोनी परवीन तथा पैना की अजमीना खातून थी. अंधेरे में घूमते देख चौसा के ग्रामीणों ने बच्चियों से पूछताछ की.
छात्राएं डरी सहमी-सी थी. ग्रामीणों द्वारा छात्राओं को रात भर मो मोसीम शाह की सुरक्षा में रखा गया. सुबह होने पर उसी मुहल्ले के युवा जदयू के जिला उपाध्यक्ष अबु सालेह सिद्दिकी ने इसकी सूचना छात्राओं के परिजनों व मीडियाकर्मियों को दी. छात्राओं के परिजन चौसा पहुंचे और अपनी बच्चियों से पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने चौसा थाना में एक आवेदन देकर छात्राओं के साथ पुरैनी कस्तूरबा विद्यालय में मारपीट व प्रताड़ना से संबंधित शिकायत की. वहीं दूसरी तरफ छात्रा के भागने की सूचना पाकर देर रात में ही कस्तूरबा की वार्डेन श्वेता भारती अपने सहकर्मियों के साथ छात्रा की खोजबीन करते हुए उनके घर पहुंची.
वहां बच्ची नहीं मिली. इससे बच्चियों के परिजनों और विद्यालय प्रबंधन में हड़कंप मच गया. बाद में विद्यालय के वार्डेन को पता चला कि तीनों बच्ची चौसा में है. वार्डेन मो शाह के घर पहुंची. यहां बच्चियां वार्डन को देख सहम गयी और जाने से इनकार कर दिया. वे बिलख-बिलख कर रोने लगी. ग्रामीणों ने बच्चियों को सौंपने से इनकार कर दिया और बच्चियों के परिजनों के समक्ष ही बच्चियों को जाने देने की बात कही. इस पर उनकी वार्डेन से कुछ कहा सुनी भी हुई. ग्रामीणों ने बताया कि वार्डेन ने ग्रामीणों को धमकी भी दी. सुबह जब बच्चियों को खोजते हुए परिजन पहुंचे तो बच्चियां उन्हें सौंप दी गयी.