क्षमा करना सीखिए, तनाव स्वत: भाग जायेगा

सहरसा: प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा जिला परिषद परिसर में चल रहे अलविदा शिविर में सोमवार को ग्यारहवें दिन भी हजारों महिला-पुरुषों की भीड़ जुटी रही. मौजूद लोगों को तनाव दूर भगाने का बौद्धिक उपाय बताती ब्रrाकुमारी पूनम बहन ने कहा कि क्षमा करना मनुष्य का सबसे बड़ा गुण होता है. इस गुण को अपनाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2014 8:45 AM

सहरसा: प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा जिला परिषद परिसर में चल रहे अलविदा शिविर में सोमवार को ग्यारहवें दिन भी हजारों महिला-पुरुषों की भीड़ जुटी रही. मौजूद लोगों को तनाव दूर भगाने का बौद्धिक उपाय बताती ब्रrाकुमारी पूनम बहन ने कहा कि क्षमा करना मनुष्य का सबसे बड़ा गुण होता है. इस गुण को अपनाने में कोई परेशानी नहीं होती है और न ही क ोई अतिरिक्त क्रियाएं ही करनी होती है.

उन्होंने कहा कि इस गुण को अपनाने में कोई राशि भी खर्च नहीं करनी होती है. सिर्फ स्वयं को सर्वशक्तिमान व सर्वसामथ्र्य समझ गलती करने वालों को माफ करते जाने की आदत डालनी होती है. पूनम बहन ने कहा कि सिर्फ किसी को माफ कर देने भर से आत्मिक संतुष्टि मिलती है और आत्मिक संतुष्टि मिलते ही तनाव कोसों दूर भाग जाता है. उन्होंने कहा कि तनाव और कुछ नहीं, मन का विकार है.

बेकार के बोङो को इनसान स्वयं अपने सिर चढ़ाता है. मन के क्रोध, भ्रम, द्वेष, नफरत को स्वाहा करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि क्षमाशील बन कर इस बोङो को पल भर में उतारा जा सकता है.

सोमवार को शिविर में शंख ध्वनि एवं नगाड़ों के साथ महा विजयोत्सव मनाया गया. समापन के अवसर पर आतिशबाजियां भी की गई. शिविर में आये लोगों से नया जीवन शुरू करने की प्रतिज्ञा ली गयी.

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