सहरसा: बलवाहाट ओपी का घेराव करने के बाद करूआ के सैकड़ों ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंच सदर अस्पताल का घेराव कर प्रदर्शन किया. ग्रामीण पहली जनवरी की रात करूआ में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई महिला के साथ न्याय करने की मांग कर रहे थे.
लगभग एक घंटे तक हंगामा होने के बाद अस्पताल पहुंचे सदर थानाध्यक्ष सूर्यकांत चौबे द्वारा न्याय का भरोसा दिलाये जाने के बाद ग्रामीण शांत हो गांव वापस गये. ग्रामीणों का आरोप था कि सफेदपोश के इशारे पर पुलिस गैंगरेप की इस घटना को मारपीट में बदलना चाह रही है. उसी तरह अस्पताल प्रशासन भी पीड़िता की जांच रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ कर सकती है. ग्रामीणों ने कहा कि यदि महिला द्वारा दिए गये बयान के अनुरूप कार्रवाई नहीं होती है तो वे गांव से जिला स्तर तक उग्र आंदोलन करेंगे.
शिवशंकर मुखिया ने कहा कि घटना के दूसरे दिन जांच के लिए पहुंची पुलिस पीड़िता के छोटे-छोटे बच्चों से उसकी मां से हुए दुष्कर्म के बारे में पूछ रही थी. पीड़िता के घर के इर्द-गिर्द किसी का घर है ही नहीं तो किसके बयान पर मारपीट की बात कही गई. गांव वालों ने बताया कि कुछ सफेदपोश के समर्थकों से बयान लेकर मामला को रफा-दफा किये जाने का खेल खेला जा रहा है. जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि गरीब व असहाय महिला पहले दबंगों की शिकार बनी. अब शासन प्रशासन के हाथों खेली जा रही है. ऐसा नहीं होने दिया जोयेगा.