पांच रोगों से बचायेगा पेंटावैलेंट टीका

सहरसा : सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु केंद्र में बुधवार को जिलाधिकारी शशिभूषण कुमार ने फीता काट कर पेंटावैलेंट कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अपने संबोधन में डीएम श्री कुमार ने कहा कि आज से पूरे बिहार में नियमित टीकाकरण में पेंटावैलेंट को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि इस एक टीके से बच्चों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 7:33 AM
सहरसा : सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु केंद्र में बुधवार को जिलाधिकारी शशिभूषण कुमार ने फीता काट कर पेंटावैलेंट कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अपने संबोधन में डीएम श्री कुमार ने कहा कि आज से पूरे बिहार में नियमित टीकाकरण में पेंटावैलेंट को शामिल किया गया है.
उन्होंने कहा कि इस एक टीके से बच्चों में होने वाले वाली पांच घातक बीमारियों गलघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी और हिमोफिलस इंफ्लूएंजा से बचाव होगा. उन्होंने कहा कि पेंटावैलेंट टीका बच्चे को लगने वाली सूइयों की संख्या कम करेगा और पांच रोगों से सुरक्षा प्रदान करेगा.
कार्यक्रम में मौजूद सिविल सजर्न डॉ भोलानाथ झा ने कहा कि बचपन में होनेवाली बीमारियों की रोकथाम के लिए टीकाकरण सबसे अधिक जानी पहचानी और प्रभावी तरीकों में से एक है. भारत सरकार ने चुने हुए राज्यों में पेंटावैलेंट टीके को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रत्येक वर्ष विश्व भर में हिब रोग से पांच वर्ष से कम आयु के लगभग तीन लाख 17 हजार बच्चों की मृत्यु का कारण बनता है.
इनमें से लगभग बीस प्रतिशत बच्चे भारत के होते हैं. हिब रोग के बाद जीवित बच्चे अधिकतर बच्चे लकवापन, बहरापन से पीड़ित हो जाते है. इस टीके से निमोनिया के एक तिहाई मामलों व मैनिंजाइटिस के नब्बे प्रतिशत मामलों से छुटकारा मिलता है. मौके पर एसआरसी अभयकांत श्रीवास्तव, डॉ गौरव गुप्ता, एसएमओ डॉ प्रणीत, प्रसून कुमार, महफूज आलम, बंटेश नारायण महतो, दिनेश दिनकर, प्रमोद कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

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