सहरसा : एक तरफ जहां बेटी बचाओ अभियान चलाया जा रहा है, वहीं बुधवार की रात एनएच 107 स्थित बरियाही-परड़ी पथ पर हुई घटना ने मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया. रात करीब नौ बजे बरियाही पीएचसी के सरकारी एंबुलेंस से नवजात बच्ची को फेंक दिये जाने का ह्रदय विदारक मामला प्रकाश में आया है.
नवजात बच्ची की मां बलही निवासी गीता देवी एंबुलेंस की बेड पर बच्ची के लिए तड़प रही थीं, जबकि उसकी सास व पति नवजात को फेंक कर प्रसूता को बच्ची के होने की झूठी दिलासा दे रहे थे. इस मामले में एंबुलेंस संचालक की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता.