वर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा की स्थिति बदतर

प्रेसवार्ता में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सुमित कुमार सन्नी ने रखी अपनी बातसहरसा : विकास व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात करने वाली वर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. इसका ताजा उदाहरण बीएनएमयू द्वारा सत्र नियमितिकरण के नाम पर स्नातक तृतीय खंड के छात्रों से नामांकन व परीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:33 PM

प्रेसवार्ता में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सुमित कुमार सन्नी ने रखी अपनी बात
सहरसा : विकास व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात करने वाली वर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. इसका ताजा उदाहरण बीएनएमयू द्वारा सत्र नियमितिकरण के नाम पर स्नातक तृतीय खंड के छात्रों से नामांकन व परीक्षा प्रपत्र एक साथ भरवाना है.

उक्त बातें जिला कांग्रेस कार्यालय में रविवार को एनएसयूआई द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सुमित कुमार सन्नी ने कही. आगामी छात्र संघ चुनाव को लेकर विभिन्न जिलों की तैयारी का जायजा लेने के क्रम में रविवार को सहरसा पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि पूर्व व वर्तमान सरकार का मुखिया भी छात्र संघ की ही उपज है. लेकिन 29 वर्षो से किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

एनएसयूआई के लंबे संघर्ष का परिणाम है कि सरकार ने छात्र संघ चुनाव कराने को तैयार हुआ. एनएसयूआई अधिक से अधिक सीट पर जीत दर्ज करेगी. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का भी सपना है कि देश की डोर युवा के हाथ में रहे. प्रेस वार्ता मे पटना विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के खराब प्रदर्शन के बारे में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस समय विश्वविद्यालय में छात्र संघ का चुनाव रहा था. तभी एनएसयूआई का संगठनात्मक चुनाव चल रहा था.

हमलोग पूरे बिहार पर फोकस कर रहे थे. सत्ताधारी पार्टी के दबाव में पार्टी के अधिकांश प्रत्याशी का नामांकन रद्द कर दिया गया. उन्होंने कहा कि एवीभीपी में प्राध्यापक होते हैं. जिसको लेकर पार्टी राज्यपाल से मिल कर ऐसे प्राध्यापक को चुनाव से अलग रखने की मांग करेगी.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पीएम पद के दावेदार नहीं है. वो खुद पीएम बनना नहीं चाहते है. लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव इन्हीं के नेतृत्व में लड़ी जायेगी. उन्होंने कहा कि 27 वर्ष के उपर के छात्र छात्रा संघ चुनाव में पार्टी का प्रत्याशी नहीं होगा. साफ सुथरा छवि के छात्रों को ही प्रत्याशी बनाया जायेगा. जिसकी घोषणा जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर की जायेगी.

एक सवाल का देते प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसी के दबाव में आकर किसी पर उंगली उठाना एनएसयूआई का काम नहीं है. छात्रों के हित की लड़ाई लड़ता है. प्रेस वार्ता में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के शर कुमार सिंह, अरवल जिलाध्यक्ष चंदन कुमार, सहरसा जिलाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन, कांग्रेसी नेता नीरज गुप्ता, मनीष कुमार, पुरुषोत्तम कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

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