असली के नाम पर बेचता था नकली सामान

कंपनी की शिकायत पर डीएसपी के नेतृत्व में की गयी छापेमारी सहरसा सदर : जिला मुख्यालय स्थित कई कंप्यूटर की दुकान में एचपी कंपनी की नकली प्रिंटर सामग्री सहित अन्य पार्ट्स बेचे जाने की शिकायत पर शुक्रवार को डीएसपी प्रेमसागर के नेतृत्व में पूरब बाजार स्थित सत्यम कंप्यूटर की दुकान में छापामारी कर लाखों रुपये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 10:35 AM
कंपनी की शिकायत पर डीएसपी के नेतृत्व में की गयी छापेमारी
सहरसा सदर : जिला मुख्यालय स्थित कई कंप्यूटर की दुकान में एचपी कंपनी की नकली प्रिंटर सामग्री सहित अन्य पार्ट्स बेचे जाने की शिकायत पर शुक्रवार को डीएसपी प्रेमसागर के नेतृत्व में पूरब बाजार स्थित सत्यम कंप्यूटर की दुकान में छापामारी कर लाखों रुपये का नकली पार्ट्स बरामद किया गया.
बाजार में पांच-छह महीने से एचपी कंपनी के प्रिंटर में इस्तेमाल की जाने वाली डुप्लीकेट टोनर कार्टेज बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी. शुक्रवार को गुड़गांव स्थित ग्लोबल सोल्यूशन व दिल्ली स्थित एचपी कंपनी के प्रतिनिधि राजेश कुमार झा द्वारा स्थानीय सदर थाने में हटियागाछी व पूरब बाजार में एक ही कंपनी के नाम से डुप्लीकेट सामान बेचे जाने की शिकायत की गयी.
इसके बाद सदर एसडीपीओ प्रेमसागर के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर शहाबुद्दीन व एसआइ साफी के साथ पूरब बाजार कॉलेज गेट स्थित सत्यम कंप्यूटर दुकान पर कंपनी की शिकायतकर्ता के साथ छापामारी की गयी, जहां से एचपी कंपनी का नकली 12 टोनर कार्टेज व 50 माइक्रोचिप्स के साथ दुकान के संचालक धीरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.
धीरेंद्र की निशानदेही पर तिवारी टोला निवासी कुंदन सिंह के यहां भी छापामारी की गयी. जहां से पुलिस ने 52 नकली टोनर कार्टेज बरामद किया. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद शहर के कई और दुकानों में कंप्यूटर पार्ट्स व प्रिंटर्स का नकली सामान ओरिजनल कंपनी के नाम पर बेचे जाने का मामला उजागर हुआ है. एचपी कंपनी के राजेश कुमार झा ने बताया कि सहरसा के कई दुकानों में पांच-छह महीने से एचपी कंपनी के नाम पर डुप्लीकेट प्रिंटर सामग्री व कंप्यूटर पार्ट्स बेचे जाने की शिकायत मिलने के बाद कंपनी द्वारा स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कर मामले का भंडाफोड़ कर नकली सामान बरामद किया गया है.
इधर, सत्यम कंप्यूटर दुकान के संचालक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि इसी महीने दो अप्रैल से उनके दुकान का शुभारंभ हुआ था. इसलिए असली-नकली की पहचान नहीं रहने के कारण तिवारी टोला के स्थानीय कुंदन सिंह व श्रीयश कंप्यूटर कॉलेज गेट व आर्यन कंप्यूटर हटियागाछी दुकान से स्थानीय स्तर पर प्रिंटर्स सामग्री की खरीद कर अपने दुकान में बेचते थे. एचपी कंपनी का ओरिजनल टोनर कार्टेज का मूल्य जहां पांच हजार बताया गया, वहीं नकली टोनर कार्टेज 1500 में खरीद कर 1800 में बेचे जाने की बात कबूल की गयी. कंपनी के शिकायतकर्ता द्वारा इन दोनों जगहों से छापेमारी कर बरामद की गयी सामान का चार लाख मूल्य बताया गया.

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