जिले भर में करोड़ों की क्षति का अनुमान

सहरसा नगर: चक्रवाती तूफान व बारिश के बाद शनिवार को लगातार आये भूकंप के चार झटके ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. भूकंप के झटके की वजह से जिले के दर्जनों घरों में दरारें आ चुकी हैं, वहीं अफरातफरी की वजह से दर्जनों लोग जख्मी भी हुए हैं. लगभग चार मिनट तक चले भूकंप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2015 9:21 AM
सहरसा नगर: चक्रवाती तूफान व बारिश के बाद शनिवार को लगातार आये भूकंप के चार झटके ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. भूकंप के झटके की वजह से जिले के दर्जनों घरों में दरारें आ चुकी हैं, वहीं अफरातफरी की वजह से दर्जनों लोग जख्मी भी हुए हैं. लगभग चार मिनट तक चले भूकंप के झटके से भगवान के मंदिर-मसजिद सहित लोगों के घर लगातार हिलते रहे. भूकंप के झटके से सरकारी कार्यालयों की इमारत को भी नुकसान हुआ है. डीएम गोपनीय व रेलवे परिक्षेत्र स्थित आरपीएफ बैरेक की दीवार भूकंप में ध्वस्त हो गयी.

नवहट्टा पूर्वी पंचायत में दस वर्षीय गौतम कुमार व महिषी प्रखंड के भेलाही गांव में फूदनी देवी, क्रांति देवी व आशा देवी जख्मी हो गयी है. इधर, भूकंप के समय सहरसा जंक्शन पर खड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस में सवार यात्रियों के बीच अफरा तफरी मच गयी. यात्री ट्रेन से उतरकर इधर उधर भागने लगे. दूसरी तरफ शहर के सभी मुख्य बाजार पर भूकंप के दौरान लोग खाली मैदान की तरफ भागने लगे. उस दौरान संचार व्यवस्था ठप रहने की वजह से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

सड़क पर बहने लगा पानी
भूकंप के झटके की वजह से नाला का पानी सड़कों पर बहने लगा. इसके अलावा गड्डों में जमा पानी सहित छतों पर बगैर ढक्कन का रखा टंकी के ऊपर से पानी बहता देख लोग दहशत में आ गये. भूकंप का भय इस कदर फैला कि जो जिस अवस्था में था, उसी हालत में खाली जगह की दौड़ पड़ा.
गिरने लगी पार्किग में गाड़ियां
भूकंप के शुरुआती झटके में ही सड़कों पर व पार्किग में लगी बाइक व साइकिल एक दूसरे पर गिरने लगी. इसके बाद बाजार में मौजूद राहगीरों को झटके का अहसास हुआ. इसके बाद बाजार में भी अफरा तफरी छा गयी, लोग खाली मैदान की तरफ भागने लगे.
अस्पताल में भी अफरा-तफरी
भूकंप का प्रभाव शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में तीव्र रहा. सदर अस्पताल में भरती मरीज जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागे. वहीं गंभीर रूप से बीमार मरीज सदमे से बेहोश हो गये. बनगांव रोड स्थित डॉ अबुल कलाम के आहना नर्सिग होम की ऊपरी मंजिल दरक गयी. इसके बाद मरीज को उनके परिजन बेड व स्ट्रेचर पर लाद सड़क पर ले आये. सड़क किनारे ही मरीजों को चिकित्सा दी जा रही थी. मरीज व उनके परिजन सहमे हुए थे. इधर गांधी पथ स्थित सूर्या हॉस्पिटल में मरीजों को बाहर निकाल कर इलाज किया जा रहा था.

Next Article

Exit mobile version