गांधी पथ: सात महीने में भी नहीं बन सकी 450 मीटर सड़क, किश्तों में काम व सामान

सहरसा मुख्यालय: बीते नवंबर महीने में शुरू होने के बाद भी अब तक गांधी पथ का निर्माण की सड़क नहीं ही बन सकी. अब तक आठ किश्तों में रूक -रूक कर काम हुआ. फिर भी बमुश्किल आधी सड़क ही बन पायी. उत्तर में शंकर साह की किराना दुकान से दक्षिण में महेश गुप्ता के घर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2015 10:16 AM

सहरसा मुख्यालय: बीते नवंबर महीने में शुरू होने के बाद भी अब तक गांधी पथ का निर्माण की सड़क नहीं ही बन सकी. अब तक आठ किश्तों में रूक -रूक कर काम हुआ. फिर भी बमुश्किल आधी सड़क ही बन पायी. उत्तर में शंकर साह की किराना दुकान से दक्षिण में महेश गुप्ता के घर तक ही ढ़लाई की जा सकी है.

आधी सड़क बनाने के बाद संवेदक ने लगभग एक से डेढ़ महीने तक काम को बंद कर दिया. विभाग के निर्देश की भी लगातार अनदेखी की जाती रही. इसके विरुद्ध डूडा ने संवेदक को डिवार करते उसे काली सूची में डालने के लिए जिला पदाधिकारी को लिख दिया है. डिवार्ड होने के बाद संवेदक ने एक बार फिर आनन-फानन में पांच जगहों पर चिप्स गिरा दिया. लगभग सप्ताह भर के बाद शनिवार को दो जगहों पर बालू भी गिराया. जानकारी के अनुसार संवेदक ने सीमेंट की भी व्यवस्था कर ली है. मंगलवार से बुधवार तक काम के अगले किश्त की फिर शुरुआत होने की संभावना है.

शीघ्र नहीं बना तो होंगे ब्लैक लिस्टेड. डूडा के कार्यपालक अभियंता आलम हुसैन ने बताया कि संवेदक का भविष्य गांधी पथ की सड़क ही तय करेगी. सड़क नहीं होने के कारण गांधी पथ के लोग तो परेशान थे ही. निर्माण कार्य शुरू होने के बाद भी उनकी परेशानी कम नहीं हुई. सात महीने में भी 450 मीटर की सड़क नहीं बन पाने का अफसोस जताते उन्होंने कहा कि बार-बार कहे जाने के बाद भी संवेदक ने लापरवाही बरती. जिसके विरुद्ध उन्हें डिवार्ड कर दिया गया. संवेदक को काली सूची में डालने के लिए तैयार फाइल डीएम को बढ़ा दी गयी है. उन्होंने बताया कि यदि संवेदक प्राक्कलन के अनुसार शेष आधी सड़क का निर्माण शीघ्र पूरी नहीं करते हैं तो विभाग वैकल्पिक तरीके से काम को पूरा करायेगी.

49 लाख 70 हजार का है प्राक्कलन. रमेश झा महिला महाविद्यालय से गांधी चौक तक बनने वाली इस सड़क का प्राक्कलन 49 लाख 70 हजार आठ सौ रुपये से बना है. प्राक्कलन के अनुसार संवेदक को जीएसवी एवं पीसीसी का काम करना है. पूरी सड़क के कालीकरण को खुरच कर दो इंच के पत्थर, पाकुड़, डस्ट व पानी से सने मसाले को बिछा उस पर रोलर चलवाना है. उसके ऊपर सात इंच मोटाई में पीसीसी ढ़लाई करनी है. ढ़लाई में मसाले का अनुपात दो: तीन: छह का होगा. यानि दो कंटर सीमेंट के साथ तीन कंटर बालू एवं छह कंटर चिप्स का पेस्ट तैयार कर ही सड़क ढ़ालना है. स्थानीय लोगों ने डूडा के कार्यपालक अभियंता से प्राक्कलन के अनुसार निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराने की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version