लेप्रोस्कोपिक विधि से सजर्री का हुआ लाइव टेलिकास्ट
सहरसा नगर: रविवार को सुबह दस बजे लेप्रोस्कोपिक व इंडोयूरोलॉजी वर्कशॉप के मौके पर सूर्या हॉस्पीटल का काफ्रेंस हॉल क्षेत्र के जानेमाने सजर्नों से भरा था. हॉल में लगे विशालकाय पर्दे पर हॉस्पीटल के तीन-तीन ओटी में मौजूद प्रख्यात चिकित्सकों द्वारा की जा रही सजर्री का लाइव टेलिकास्ट किया जा रहा था. हॉल में मौजूद […]
सहरसा नगर: रविवार को सुबह दस बजे लेप्रोस्कोपिक व इंडोयूरोलॉजी वर्कशॉप के मौके पर सूर्या हॉस्पीटल का काफ्रेंस हॉल क्षेत्र के जानेमाने सजर्नों से भरा था. हॉल में लगे विशालकाय पर्दे पर हॉस्पीटल के तीन-तीन ओटी में मौजूद प्रख्यात चिकित्सकों द्वारा की जा रही सजर्री का लाइव टेलिकास्ट किया जा रहा था. हॉल में मौजूद डॉक्टर जिज्ञासु छात्र की तरह ओटी में तैनात चिकित्सकों से सवाल पूछ रहे थे, वहीं डॉक्टर भी प्रेक्टिकल करते जवाब दे रहे थे.
.. तो शुरू हुआ सफल ऑपरेशन का दौर
ओटी समन्वयक की भूमिका में डॉ अजय कुमार सिंह ने हॉल में मौजूद चिकित्सकों को मरीज व सजर्न के प्रोफाइल से अवगत कराया. वर्कशॉप की पहली सजर्री ओटी नंबर एक से लाइव की गयी. जहां कोलकाता के चिकित्सक डॉ रमेश अग्रवाल ने स्थानीय मरीज 38 वर्षीय सीता देवी पति वेदानंद राय के गॉल ब्लाडर का लगभग एक घंटे तक लेप्रोस्कोपिक विधि से सफल ऑपरेशन किया. इस ऑपरेशन में डॉ अग्रवाल के साथ डॉ ओमप्रकाश व डॉ एस चांद सहयोग कर रहे थे.
न चीरा न टाका, निकल गया स्टोन
देश के प्रख्यात चिकित्सकों द्वारा किये गये सजर्री में लोगों को चमत्कारिक कारनामा देखने को मिले. पटना से आये डॉक्टर अमिताभ सिन्हा ने 17 वर्षीय मरीज रेणु कुमारी के किडनी में स्टोन का नयी तकनीक से सजर्री किया. ऑपरेशन के दौरान मरीज की पेट में एक छोटे छिद्र के द्वारा अत्याधुनिक उपकरण को डाल कर सजर्री की गयी. मरीज के पिता खगड़िया जिले के बेलदौर निवासी विनोद मंडल ने बताया कि वर्कशॉप की वजह से गरीब आदमी को बड़े डॉक्टर से मुफ्त में इलाज कराने का मौका मिला.
पाणिग्रही ने किया पीएलएच
भुवनेश्वर से पहुंचे सजर्न डॉ प्रदीप पाणिग्रही ने ओटी 3 में सुपौल जिले से आयी मरीज सुलेखा देवी का पीएलएच किया. सहायक के रूप में डॉ अमरेंद्र व डॉ मुरारी भी मौजूद थे. इसके अलावा डॉ रमेश अग्रवाल, डॉ अनिमेष ने हर्निया का ऑपरेशन कर उसकी बारिकियों से अवगत कराया. लेप्रोस्कोपिक टीएलएच सहित अन्य तकनीकी बातों की जानकारी डॉक्टरों ने ली. हॉल के अंदर से डॉ गोपाल शरण सिंह, डॉ अवनीश कर्ण सहित डॉ विमल कुमार, डॉ अनिमेष, डॉ रंजेश अपनी बातों का आदान-प्रदान कर रहे थे.