नमो नमो दुर्गे सुख करनी नमो नमो..
सहरसा: कलश स्थापन और दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की आराधना के साथ नवरात्र प्रारंभ हुआ. शनिवार को अहले सुबह से ही बारिश होती रही, लेकिन लोग पूजा की तैयारी में जुटे रहे. नौ बजे के आसपास शुरू हुई मूसलाधार बारिश साढ़े 11 बजे तक होती रही. भारी बारिश के बीच हिंदू धर्मावलंबियों के घर […]
सहरसा: कलश स्थापन और दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की आराधना के साथ नवरात्र प्रारंभ हुआ. शनिवार को अहले सुबह से ही बारिश होती रही, लेकिन लोग पूजा की तैयारी में जुटे रहे. नौ बजे के आसपास शुरू हुई मूसलाधार बारिश साढ़े 11 बजे तक होती रही. भारी बारिश के बीच हिंदू धर्मावलंबियों के घर साफ -सफाई हुई. लोगों ने घरों में कलश की स्थापना की और आस्था से भगवती दुर्गा की पूजा-अर्चना की गयी. घर व दुर्गा मंदिरों में दुर्गा सप्तशती सहित दुर्गा चालीसा का सस्वर पाठ किया गया. दुर्गा पाठ करने वालों ने दुर्गा के एक सौ आठ नाम, कवच पाठ, अर्गलाश्रोतम, कीलक पाठ के साथ 13 अध्यायों वाले सप्तशती का पाठ आरंभ किया. शंकर चौक स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी व महावीर चौक स्थित महावीर मंदिर में पूर्व के वर्षो की तरह इस बार भी आस-पास के बच्चों ने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ शुरू किया. यहां दर्जनों बच्चों ने सुबह 11 बार व शाम में सात बार चालीसा का पाठ शुरू किया है. देवी दुर्गा की आरती के बाद घर व मंदिरों में प्रसाद वितरण का दौर चला. अगले नौ दिनों तक दैनिक पूजा का यही कार्यक्रम बना रहेगा.पाठ पर बैठने वाले कई लोगों ने फलाहारी का संकल्प लिया है तो कइयों ने अरवा भोजन ग्रहण करने की ठानी है. पहली पूजा के दिन से ही पूरा वातावरण धार्मिक हो गया है. सभी ओर से धूप, अगरबत्ती, सरर, गुगुल, धूमन, कपूर के जलने से माहौल सुवासित हो रहा है.