नदियों का जलस्तर बढ़ा, कटाव तेज

सहरसा/कटिहार/खगड़िया: बुधवार को सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, खगड़िया, किशनगंट व कटिहार जिलों में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही. बारिश से एक तरफ लोगों को राहत मिली, तो दूसरी तरफ इन शहरों में जगह-जगह जलजमाव हो गया है. कई जगहों पर घरों में बारिश का पानी घुस गया. लगातार हो रही बारिश से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2015 1:47 AM
सहरसा/कटिहार/खगड़िया: बुधवार को सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, खगड़िया, किशनगंट व कटिहार जिलों में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही. बारिश से एक तरफ लोगों को राहत मिली, तो दूसरी तरफ इन शहरों में जगह-जगह जलजमाव हो गया है. कई जगहों पर घरों में बारिश का पानी घुस गया. लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है. नदी किनारे कटाव तेज हो गया है. कई गांवों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. खगड़िया जिले में बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है. बेलदौर में कोसी नदी में कटाव जारी है.
प्रति घंटे आधा सेमी की हो रही वृद्धि
कटिहार प्रतिनिधि के अनुसार, जिला क्षेत्र में महानंदा, कोसी व गंगा नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कुरसेला में कोसी नदी 27.110 सेमी के जलस्तर पर प्रवाहित हो रही है. इसके जलस्तर में प्रति घंटे आधा सेमी की वृद्धि हो रही है. वीरपुर का जलस्तर 74.490 और 94100 क्यूसेक पानी का निस्तारण किया गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष कटिहार के अनुसार गंगा नदी रमायणपुर 23.47 के जलस्तर पर व काढ़ागोला घाट में 27.07 सेमी पर प्रवाहित हो रही है. गंगा के जलस्तर में प्रति घंटे आधा सेमी का वृद्धि होना बताया गया है. कारी कोसी बरंडी सहित अन्य नदियां खतरे की स्थिति से बाहर है. कटाव का प्रकोप क्षेत्र के कई गांवों पर मंडरा रहा है. इससे खेरिया बालू टोला तीनधरिया आदि गांवों का अस्तित्व खतरे में बना हुआ है.
तटबंध से 17 मीटर तक कटाव
सहरसा प्रतिनिधि के अनुसार, कोसी नदी के जलस्तर में कमी के बावजूद कटाव ने लोगों के दिन का चैन व रात की नींद छीन ली है. पूर्वी कोसी तटबंध के 81.75 एवं 82 किलोमीटर के बीच कोसी ने कटाव तेज कर दिया है, जो तटबंध से महज 17 मीटर शेष रह गयी है.

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