प्रायोगिक व मौखिकी परीक्षा शुरू
प्रायोगिक व मौखिकी परीक्षा शुरूफोटो- कैंपस 2 एवं 3कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी जंतु विज्ञान विभाग में निरीक्षण करते विभागाध्यक्ष एवं अन्य फोटो- कैंपस 4कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी अंगरेजी विभाग में मौखिकी परीक्षा में भाग लेते परीक्षार्थी फोटो- कैंपस 5कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी अर्थ शास्त्र विभाग में मौखिकी परीक्षा में शामिल परीक्षार्थी प्रतिनिधि, […]
प्रायोगिक व मौखिकी परीक्षा शुरूफोटो- कैंपस 2 एवं 3कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी जंतु विज्ञान विभाग में निरीक्षण करते विभागाध्यक्ष एवं अन्य फोटो- कैंपस 4कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी अंगरेजी विभाग में मौखिकी परीक्षा में भाग लेते परीक्षार्थी फोटो- कैंपस 5कैप्शन- विवि परिसर स्थित पीजी अर्थ शास्त्र विभाग में मौखिकी परीक्षा में शामिल परीक्षार्थी प्रतिनिधि, मधेपुराभूपेंद्र नारायण मंडल विवि परिसर में प्रायोगिक व मौखिकी परीक्षा हो रही है. जिसमें पीजी जंतु विज्ञान विभाग, पीजी रसायन शास्त्र, पीजी गृह विज्ञान विभाग में प्रायोगिक परीक्षा चल रही है. वहीं हिंदी पीजी विभाग, अर्थशास्त्र विभाग, पीजी अंगरेजी विभाग में सामूहिक विमर्श व मौखिकी परीक्षा आयोजित हो रही है. लेकिन परीक्षा में भाग लेने के लिए पूर्णिया प्रमंडल से आने वाले छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जंतु विज्ञान विभाग में परीक्षा के दौरान वाहृय परामर्श के रूप में पटना के डाॅ डी के सिंह, डाॅ प्रमोद कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष डाॅ डीएन सिंह व डाॅ नरेंद्र श्रीवास्तव मौजूद थे. वहीं अंगरेजी विभाग में विभागाध्यक्ष डाॅ नारायण झा, डाॅ ललितेश्वर मिश्र व अर्थशास्त्र विभाग में विभागाध्यक्ष डाॅ आरकेपी रमण आदि मौजूद थे. इधर, पीजी कॉमर्स विभाग में 15 व 16 अक्तूबर को होने वाली सामूहिक विमर्श व मौखिकी परीक्षा को लेकर विभाग में सूचना जारी कर दी गयी है. इस संबंध में विभागाध्यक्ष डाॅ प्रभुनाथ सिंह ने कहा कि पूर्णिया व कोसी प्रमंडल की सामूहिक व मौखिकी परीक्षा 15 व 16 अक्तूबर को होगी. 10 अक्तूबर को कोसी प्रमंडल की परीक्षा आयोजित होगी. इसके अलावा एमएससी फाइनल के 15 वें पेपर का 11 अक्तूबर को पूर्णिया प्रमंडल व 12 अक्तूबर को कोसी प्रमंडल का परीक्षा आयोजित किया जायेगा. कुलपति की चिंता जायज मधेपुरा. बीएनएमयू अंतर्गत डीएस कॉलेज कटिहार के विभागाध्यक्ष डाॅ मुरारी प्रसाद ने विवि की शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर कुलपति डाॅ विनोद की चिंता को जायज ठहराया.