वेटिंग बता रहा और ट्रेनों की कितनी है जरूरत

वेटिंग बता रहा और ट्रेनों की कितनी है जरूरत चुनावी फिंजा में त्योहारी सीजन के आगमन के साथ ही सहरसा से दिल्ली और अमृतसर जाने वाली दो मुख्य ट्रेनों मे सीटें फुल506 तक चली गयी है वेटिंग की स्थितिपर्व त्याहरों में आना व जाना बन रहा मुसीबत, ट्रेनों की कमी सबसे बड़ी वजह सिमरी : […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2015 6:33 PM

वेटिंग बता रहा और ट्रेनों की कितनी है जरूरत चुनावी फिंजा में त्योहारी सीजन के आगमन के साथ ही सहरसा से दिल्ली और अमृतसर जाने वाली दो मुख्य ट्रेनों मे सीटें फुल506 तक चली गयी है वेटिंग की स्थितिपर्व त्याहरों में आना व जाना बन रहा मुसीबत, ट्रेनों की कमी सबसे बड़ी वजह

सिमरी : नगरचुनावी फिंजा में त्योहारी सीजन के आगमन के साथ ही सहरसा से दिल्ली और अमृतसर जाने वाली दो मुख्य ट्रेनों मे सीटें फुल हो गयी है.

सहरसा से वाया दिल्ली अमृतसर जाने वाली गरीब रथ या पुरबिया एक्सप्रेस दोनों ट्रेनों में दीपावली, छठ आदि के समय जबरदस्त वेटिंग चल रही है.

दुर्गा पूजा, मुहर्रम, दीपावली से लेकर छठ तक के समय की यात्रा के लिए अप एवं डाउन दोनों तरफ से गरीब रथ और पुरबिया में ज्यादा वेटिंग होने के कारण यात्रियों को आरक्षण मिलने मंे दिक्कत हो रही है.

यात्री सुबह से सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर आरक्षण के लिए मारामारी करते हैं. फिर भी वेटिंग की स्थिति इस कदर है कि रिजर्वेशन संभव नहीं हो पाता. मालूम हो कि इस साल नवरात्र 13 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और 22 अक्टूबर को विजयादशमी है. वहीं 11 नवंबर को दीपावली और 17 व 18 नवम्बर को छठ है.

इन त्योहारों के मौसम में काफी लोग दिल्ली से आते हैं, लेकिन टिकटों की मारामारी इनके हर साल की नियति में शामिल है. इसके अलावे बड़े शहरों के स्कूलों में इन त्योहारी सीजन के दौरान बच्चों को दस से पंद्रह दिन की छुट्टी मिल जाती है. इससे अभिभावक गांव आना सही समझते हैं.

मालूम हो कि बीते एक अप्रैल से ही रेलवे द्वारा चार महीने पहले टिकट आरक्षित करवाने का नया नियम लागू कर दिया गया है. इससे पहले यह अवधि साठ दिन की थी. हालांकि यात्रियों के मुताबिक जहां आम यात्रियों को इस नियम से थोड़ी राहत मिली है, वहीं कुछ हद तक दलालों की भी चांदी हो गयी है.

यात्री बताते हैं कि कोसी इलाके को रेलवे द्वारा उपलब्ध कम ट्रेन ही इस मारामारी की मुख्य वजह है. यात्रियों के मुताबिक मांग अनुसार ट्रेने उपलब्ध होती नहीं और जिस वजह से उपलब्ध ट्रेनों मे वेटिंग का ग्राफ बढ़ता जाता है और त्योहारी सीजन में यात्रियों की भीड़ की बाढ़ आ जाती है तो आनन-फानन में स्पेशल ट्रेन चला स्थिति को सामान्य दिखाया जाता है.

हालांकि यह भी सच है कि स्पेशल ट्रेन का उचित प्रचार-प्रसार नहीं होने की वजह से यह ट्रेन यात्रियों के लिए ज्यादा सहायक सिद्ध नहीं हो पाती है. इसके साथ-साथ छठ पूजा के बाद दिल्ली व अमृतसर जाने वाली ट्रेनों मे भी लंबी वेटिंग देखी जा रही है. 15279 सहरसा-आदर्शनगर पुरबिया एक्सप्रेस में छठ के एक दिन बाद 19 नवंबर को स्लीपर मे 93, 2एसी मे 18 और 3एसी में 44 वेटिंग है.

वहीं 22 नवंबर को स्लीपर में 108, 3एसी में 49 और 2एसी में 20 वेटिंग है. इसके अलावे 12203 सहरसा-अमृतसर गरीबरथ भी हाउस फुल चल रही है. 19 नवंबर को गरीब रथ की 3एसी में 222, 22 नवंबर को 210 और 23 नवंबर को 157 वेटिंग है, जो वेटिंग की बुरी स्थिति और ट्रेनों के घोर अभाव को दर्शा रही है़- 12204 अमृतसर-सहरसा गरीब रथ8 नवंबर 3एसी वेटिंग – 253, चेयर कार वेटिंग- 6711 नवंबर 3एसी वेटिंग – 139, चेयर कार वेटिंग – 6514 नवंबर 3एसी वेटिंग – 325, चेयर कार वेटिंग- 9215 नवंबर 3एसी वेटिंग – 239, चेयर कार वेटिंग -42- 15280 आदर्शनगर-सहरसा पुरबिया एक्सप्रेस6 नवंबरस्लीपर वेटिंग – 283, 3एसी वेटिंग – 63, 2एसी वेटिंग – 259 नवंबरस्लीपर वेटिंग – 371, 3एसी वेटिंग – 79 2एसी वेटिंग – 2513 नवंबरस्लीपर वेटिंग – 506, 3एसी वेटिंग – 94, 2एसी वेटिंग – 2216 नवंबरस्लीपर वेटिंग -115, 3एसी वेटिंग -18, 2एसी वेटिंग – 5फोटो – ट्रेन 1

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