जख्मी महिला को लेकर शिकायत दर्ज करवाने के लिए भटकते रहे सारी रात

जख्मी महिला को लेकर शिकायत दर्ज करवाने के लिए भटकते रहे सारी रात आरोपियों के पहुंच के कारण सदर अस्पताल के चिकित्सक ने उपचार करने के बावजूद नहीं दी पुलिस को सूचनाएसपी को फोन कर घटना की जानकारी देने के बावजूद सदर थाना व महिला थाना के बीच में दौड़ते रहे पीड़ित दबंगों के भय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 6:39 PM

जख्मी महिला को लेकर शिकायत दर्ज करवाने के लिए भटकते रहे सारी रात आरोपियों के पहुंच के कारण सदर अस्पताल के चिकित्सक ने उपचार करने के बावजूद नहीं दी पुलिस को सूचनाएसपी को फोन कर घटना की जानकारी देने के बावजूद सदर थाना व महिला थाना के बीच में दौड़ते रहे पीड़ित दबंगों के भय से नहीं जा रहे थे गांव

मधेपुरा : सदर थाना क्षेत्र के हसनपुर बराही पंचायत स्थित महादलित टोला में सोमवार की शाम भूमि विवाद व पुरानी रंजीश को लेकर एक पक्ष के लोगों ने महादलित समुदाय की एक महिला की पिटाई कर दी.

जख्मी महिला का उपचार सदर अस्पताल मधेपुरा में किया गया. इस दौरान जख्मी संनतोलिया देवी के पति फुलेश्वर ऋषिदेव ने बताया कि गांव के ही सुरेश यादव, प्रदीप यादव, दिलखुश कुमार व लवकुश कुमार ने पुरानी रंजीश को लेकर जलावन चुन कर लौट रही सनतोलिया देवी को पीट कर जख्मी कर दिया.

वहीं घायल महिला का उपचार करने के बावजूद सदर अस्पताल मधेपुरा के चिकित्सक आरोपी पक्ष के मेल में आ कर महिला का ओडी सिलिप सदर थाना नहीं भेजा. थक हार कर जख्मी महिला के पति ने एसपी कुमार आशिष को फोन कर घटना की जानकारी दी, लेकिन एसपी के आदेश का भी कोई असर नहीं हुआ.

सदर थाना से पहुंचे पुलिस कर्मियों ने ठीक होने के बाद थाना पर पहुंच कर आवेदन देने के लिए कहा. बाद में देर रात जब पीड़ित दर्जनों ग्रामीण के साथ सदर थाना पहुंचे तो उन्हें महिला थाना जाने का फरमान सुनाया गया. महिला थाना में पद स्थापित पुलिस कर्मियों ने मंगलवार की दोपहर आने का बात कह कर पीड़ितों को थाना से भेज दिया.

दबंगों के खौफ से सहमे महादलित देर रात तक समाहरणालय गेट पर बैठे रहे. इस दौरान उपस्थित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि गांव जाने पर दबंग पुन: मारपीट करेंगे. हालांकि देर रात एससी व एसटी थानाध्यक्ष एनडी निराला समाहरणालय के गेट पर पहुंच कर पीड़ित महादलितों को सदर थाना ले गये और आवेदन जमा करवाया.

हालांकि मंगलवार की दोपहर तक महादलित के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज नहीं गयी है. सदर थानाध्यक्ष मामले को एससी व एसटी थाना का बता कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आये.

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