त्याग, तप व समर्पण की बन रहे हैं मिसाल

त्याग, तप व समर्पण की बन रहे हैं मिसाल एक भक्त ऐसा भीमिथिलांचल दुर्गा पूजा समिति पुरानी जेल बना आकर्षण का केंद्रसहरसा नगरबुधवार को मां दुर्गा के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना जिले भर के पूजा पंडाल व मंदिरों में की गयी. इधर पुरानी जेल स्थित मिथिलांचल दुर्गा मंदिर में जमीन के अंदर समाधि लिये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2015 6:45 PM

त्याग, तप व समर्पण की बन रहे हैं मिसाल एक भक्त ऐसा भीमिथिलांचल दुर्गा पूजा समिति पुरानी जेल बना आकर्षण का केंद्रसहरसा नगरबुधवार को मां दुर्गा के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना जिले भर के पूजा पंडाल व मंदिरों में की गयी. इधर पुरानी जेल स्थित मिथिलांचल दुर्गा मंदिर में जमीन के अंदर समाधि लिये अरुण रजक के त्याग, तप व समर्पण की कहानी भक्तों को आकर्षित कर रही है. स्थानीय वार्ड नंबर 20 निवासी भक्त अरुण के शरीर पर जयंती सहित 21 कलश की स्थापना की गयी है. मंदिर में पहुंचने वाले भक्त देवी के अलावा भक्त अरुण की भी पूजा कर रहे हैं. रंग ला रहा युवाओं का जुनूनमंदिर निर्माण से लेकर पूजा आयोजन में स्थानीय युवाओं का अहम योगदान है. पूजा समिति के अध्यक्ष सुनील यादव बताते हैं कि स्थानीय युवाओं ने वीरान पड़े पुरानी जेल को भक्ति के वातावरण में बदलने में अहम योगदान निभाया है. उन लोगों के द्वारा निजी कार्य से समय की बचत कर मंदिर के लिए श्रमदान किया गया था. इसके अलावा स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़ कर मदद की थी. सचिव हरिओम मंडल कहते हैं कि अरुण रजक के समर्पण को देखने दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं. कोषाध्यक्ष डीके मुन्ना बताते हैं कि जनसहयोग से पूजा समिति कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि सत्येंद्र यादव, दीपक राय, मोनू सिंह, पिंकू कुमार, दीपक कुमार, श्रवण गुप्ता मंदिर की व्यवस्था को संभाले हुए है. फोटो- कलश 1 – जमीन के अंदर बैठ 21 कलश बिठाये श्रद्धालु अरुण रजक… कैसे पूजा करने जायेंगे श्रद्धालुकचहरी चौक पूजा पंडाल के सामने बिखरा है कचराप्रतिनिधि, सहरसा नगरपर्व-त्योहार के मौके पर सफाई व स्वच्छता को लेकर नगर परिषद संवेदनशील नहीं नजर आ रहा है. दुर्गा पूजा के मौके पर नप द्वारा चलाया जा रहा सफाई अभियान नाकाफी साबित हो रहा है. श्रद्धालुओं को मंदिर व पूजा पंडाल तक पहुंचने में सड़ांध व बदबू से सामना करना पड़ता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सफाई कर्मी आते तो जरूर हैं, लेकिन निगरानी के अभाव में काम करने के बजाय खानापूर्ति कर चले जाते हैं. पैदल व्रती को होती है परेशानीशहरी क्षेत्र के सभी मोहल्लों में सड़कों के मध्य कचरा फैला हुआ है. मोहल्लों में तैनात सफाई कर्मी से क्षेत्र की सफाई संभव नहीं हो पाती है. नगर परिषद पर्व के मौके पर भी विशेष रुप से मजदूरों को नहीं लगाया जा रहा है. वार्ड पार्षद बताते हैं कि नप के रजिस्टर पर ढाई सौ के करीब सफाई मजदूर कार्यरत है, लेकिन ड्यूटी के समय दर्जनों लोग अनुपस्थित रहते हैं. कई ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो अपना व्यवसाय अन्यत्र कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नप द्वारा मानदेय का भुगतान किया जा रहा है. फोटो- कचरा 2 – कचहरी ढाला के समीप मंदिर जाने वाली सड़क के समीप फैला कचराढाकिया के ढाक पर नृत्य, आकर्षण का केंद्र प्रतिनिधि, सिमरी बख्तियारपुरनवरात्र को लेकर मुख्य बाजार स्थित बड़ी दुर्गा स्थान, रेलवे दुर्गा स्थान, पुरानी बाजार दुर्गा स्थान में पुजा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं के पूजा अर्चना को लेकर तांता लगा रहा. सुबह से ही महिलाएं मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना कर रही हैं. वहीं संध्या में मंदिरों में दीप जलाने को लेकर महिलाओं की काफी भीड़ देखी गयी. बड़ी दुर्गा स्थान में बंगाल से आये आचार्य मनोज पाण्डेय के चण्डी पाठ को सुनने के लिए दूर-दराज से लोग आ रहे हैं. वहीं संध्या में महा आरती व महाप्रसाद में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच कर आरती में सम्मिलित हो रहे हैं. वहीं बंगाल से आये ढ़ाकिया के ढ़ाक पर नृत्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वहीं पूजा को लेकर मां दुर्गा की प्रतिमा को बनाने का काम अंतिम चरण में है. विशाल पंडाल लगाये जा रहे हैं. जो आकर्षण का केंद्र बना है. बड़ी दुर्गा स्थान समिति के संजय कुमार मोदी, बबलू, विशाल, अभिषेक, मनीष, नीरज, गगन, नवीन, राहुल चौरसिया, गोविन्द ने बताया कि प्रत्येक दिन महाप्रसाद का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंच कर मां का प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रावण का पुतला दहन की तैयारी की जा रही है. फोटो – कलश 3 – रेलवे कॉलोनी में पूजा अर्चना करते श्रद्धालुगायत्री शक्तिपीठ में शैलपुत्री के आह्वान के साथ नवरात्र शुरूप्रतिनिधि, सहरसा शहरशारदीय नवरात्र कलश स्थापन एवं पूजन, गायत्री शक्तिपीठ के लगभग 15 सौ सदस्यों द्वारा प्रारंभ किया गया. प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की आह्वान पूजा की गयी. साथ ही 24 हजार गायत्री मंत्र जाप का संकल्प लिया गया. ट्रस्टी अरुण कुमार जायसवाल ने कहा कि नौ दिनों तक अपने जीवन ऊर्जा का संरक्षण करें. अपने विचार, कर्म व ध्यान से चित्त को शुद्ध करें, तब ही अनुष्ठान का लाभ मिल सकता है. उन्होंने कहा अगर हमारी भावना तथा विचार शुद्ध होगा, तो जीवन परफैक्ट होता जायेगा. उन्होंने कलश स्थापना के महत्व को समझाते हुए कहा कि कलश में 33 कोटि देवी-देवता का वास होता है. विभिन्न प्रकार के देवती-देवता एक साथ सहयोगपूर्वक रहते हैं. उसी तरह समाज में विभिन्न विचारधारा वाले लोग एक साथ सहयोगपूर्वक रहें. यही कलश पूजा का महत्व है. शक्तिपीठ में पूजन का कर्मकांड देव कन्या मनीषा, पूजा तथा काजल ने करवायी. जबकि कलश पूजा मुख्य यजमान ट्रस्टी विनोद कुमार चौधरी ने की. इस मौके पर ट्रस्टी प्रकाश लाल दास, केदारनाथ टेकरीवाल, ललन कुमार सिंह, पप्पू गनेरीवाल, सुरेश जायसवाल, दिलीप साह, नंदकिशोर जी, हरेकृष्ण साह, नवल सिंह, मोहन भगत, स्नेहलता तिवारी, सिंधु देवी, सुनीता चौधरी, वीणा चौहान सहित शक्तिपीठ के समस्त सदस्य मौजूद थे. फोटो- कलश 4 – गायत्री शक्ति पीठ में मां की भक्ति में लीन श्रद्धालुभगवती मंदिर में जयंती पतरघट. नवरात्रा के प्रथम दिन क्षेत्र के सभी दुर्गा स्थानों में मंगलवार को भक्तिमय माहौल में पूजा अर्चना कर कलश स्थापित किया गया. पहले दिन मां के प्रथम रूप शैलपुत्री व दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा की गयी. क्षेत्र के पस्तपार, जीरबा, रहुआ, धबौली, कहरा, विशनपुर, कपसिया, जम्हरा, भद्दी, गोलमा, पतरघट, पहाड़पुर, सबैला आदि जगहों पर मां भगवती के मंदिर में जयंती सहित कलश की स्थापना की गयी है. कई जगहों पर पंडितों के साथ यजमान द्वारा अहिर्निश दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है. निकली कलश यात्रा कहरा. मंगलवार को नवरात्रा के आरंभ होने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना के साथ-साथ भक्तों द्वारा उपासना करना शुरू कर दिया. ग्रामीण क्षेत्रों में माहौल भक्तिमय हो गया है. गांवों के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों द्वारा पाठ अध्ययन सहित भजन कीर्तन का दौड़ शुरू हो गया. परमिनिया में सार्वजनिक नवदुर्गा स्थान में मंगलवार को 171 महिला-पुरुषों द्वारा हर वर्ष की भांति कलश यात्रा कर दिवारी भगवती स्थान से जल भरकर कलश स्थापना किया. नवदुर्गा स्थान मंदिर समिति के अध्यक्ष अरुण यादव व सचिव रमेश मंडल ने बताया कि इस वर्ष भी नवरात्रा को बहुत धूमधाम से मनाये जाने का निर्णय लिया गया है. जिसमें भजन कीर्तन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है. नवदुर्गा मंदिर को भव्य रूप दिया गया है. जिसके कारण इस क्षेत्र में इस पूजा का ख्याति फैल रही है. इसके कारण अभी से ही प्रतिदिन सैकड़ों भक्त पूजा अर्चना करने मंदिर पहुंच रहे हैं. श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ शुरूबैजनाथपुर. सौर बाजार प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को बैजनाथपुर पंचायत के भगवती दुर्गा देवी मंदिर सुखदेव राम टोला बैजनाथपुर वार्ड नंबर-चार के प्रांगण में संत मंडली अशोक मानव के संयोजन में विराट कलश यात्रा नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा पुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ. 108 श्री दुर्गा पूजनोत्सव में कई गांव के लोग पहुंच रहे हैं. 350 कुमारी कन्याओं ने पवित्र शिव मंदिर बैजनाथपुर से जल भरकर कलश शोभा यात्रा निकाली. जुलूस निकाल बैजनाथपुर, तीरी, गम्हरिया, खजुरी होते हुए पूजा स्थल पर स्थापित किया गया. नौ दिवसीय पूजनोत्सव के अवसर पर प्रतिदिन सुबह संध्याकाल विशाल कलश पूजा एवं आरती पूजा का कार्यक्रम किया जाता है. माता के परम भक्त फूलेश्वर दास भगता बाबा के सानिध्य में श्री धाम वृंदावन मथुरा के परम श्रद्धेय कथा वाचक स्वामी श्री विनोद जी महाराज के मुखारबिंद से संगीतमय अमृत तुल्य कथा का रसपान एवं देवी दर्शन इस अवसर पर भव्य मेला एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत भजन कीर्तन का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है. इस कलश यात्रा में बैजनाथपुर पुलिस शिविर प्रभारी रूदल कुमार, हृदयानंद राम अपने दल बल के साथ मौजूद थे. यात्रा में गुंजन कुमारी, सुनीता, पूजा, आरती, प्रियंका, अर्चना, मीना, गुडि़या, पुष्पा, अस्मिता, मुनचुन, सहित ग्रामीण मुखिया पंकज कुमार, सरपंच अरुण कमार, पंसस अवधेश कुमार, नारायण यादव, यज्ञ आयोजक युवराज भगत, मनोहर, मनीष , प्रभु, सेवानिवृत्त शिक्षक सुखदेव राम आदि मौजूद थे.

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