आनंद मोहन के साथ साजिश कर रही सरकार: आलोक

आनंद मोहन के साथ साजिश कर रही सरकार: आलोक प्रेसवार्ता में बोले वर्तमान विधायक सह भाजपा प्रत्याशी सहरसा : नगरपूर्व सांसद आनंद मोहन को बगैर किसी कारण मंडल कारा से बेउर जेल पटना भेज कर राज्य सरकार ने अपनी साजिश को जाहिर कर दिया है. उक्त बातें सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में निवर्तमान विधायक सह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2015 7:18 PM

आनंद मोहन के साथ साजिश कर रही सरकार: आलोक प्रेसवार्ता में बोले वर्तमान विधायक सह भाजपा प्रत्याशी

सहरसा : नगरपूर्व सांसद आनंद मोहन को बगैर किसी कारण मंडल कारा से बेउर जेल पटना भेज कर राज्य सरकार ने अपनी साजिश को जाहिर कर दिया है. उक्त बातें सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में निवर्तमान विधायक सह भाजपा प्रत्याशी डॉ आलोक रंजन ने कही. डॉ रंजन ने कहा कि राज्य की सरकार एनडीए गठबंधन की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा कर पूर्व सांसद को प्रताडि़त कर रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद को शीघ्र ही मंडल कारा नहीं भेजा गया तो क्षेत्र की जनता अपने वोट से जंगलराज के नेताओं को जवाब देगी.

निवर्तमान प्रत्याशी ने बताया कि एक वक्त था जब नीतीश कुमार ने अपने स्वार्थ में पूर्व सांसद के घर पहुंचकर आशीर्वाद मांगने का ढ़ोग किया था. आज मलब निकल गया तो लालू प्रसाद के बहकावे में कोसी के गौरव आनंद मोहन को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता लालू-नीतीश के हठबंधन को आगामी 5 नवंबर को जवाब देने का मूड बना चुकी है. फोटो- आलोक 17 – डॉ आलोक रंजनवोटरों को गुमराह कर रहे हैं

जदयू प्रत्याशी: रितेशफॉल्स बैलेट में निर्दलीय प्रत्याशी के क्रमांक पर नोटा किया प्रकाशितचुनाव आयोग से की शिकायतसहरसा नगरसिमरी बख्तियारपुर से जदयू प्रत्याशी दिनेश चंद्र यादव पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने वोटरों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. निर्वाची पदाधिकारी व भारत निर्वाचन आयोग को भेजे पत्र में प्रत्याशी रितेश रंजन ने कहा कि जदयू उम्मीदवार के अभिकर्ता द्वारा प्रचार करने के लिए प्रकाशित मतपत्र नमूने में उनके क्रमांक संख्या 14 को नोटा के रुप में अंकित किया गया है. जबकि नोटा के लिए क्रमांक 15 तय है.

प्रत्याशी श्री रंजन ने कहा कि जदयू प्रत्याशी द्वारा 25 हजार प्रति नमूना मतपत्र प्रकाशित कर वोटरों के बीच बांटा गया है. उन्होंने कहा कि जदयू प्रत्याशी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के अलावा निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित किया है. उन्होंने आयोग से तत्काल प्रभाव से अवैध मतपत्र के नमूने को रोक लगाने की मांग की है. फोटो- बैलेट 18 – मतपत्र में 14वें स्थान पर दिखाया गया नोटा

Next Article

Exit mobile version