सहरसा : सिटी प्रभात अभियान के तहत होटल की आड़ में लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर लगातार खबर प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को विभागीय अधिकारी सजग हुए. फूड इंस्पेक्टर अर्जुन प्रसाद ने शहर के डीबी रोड, बंगाली बाजार स्थित होटलों की जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान कई होटल बिना लाइसेंस के संचालित होने कमी बात सामने आयी.
वहीं बाहर से लेकर अंदर तक गंदगी देख अधिकारी के होश उड़ गये. मालूम हो कि अधिकारियों की लापरवाही से अधिकांश होटल संचालक सामग्री खुले में ही रखते थे. वही खाद्य सामग्री खाना खाने होटल पहुंचने वालों को परोसा जाता था.
लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रही खिलवाड़ को खबर के माध्यम से लगातार प्रकाशित करने के बाद अधिकारियों की नींद टूटी. जांच की खबर फैलते ही होटल संचालकों में हड़कंप मच गया. तीन दिनों का दिया समय होटल के मुख्य द्वार पर खाद्य पदार्थ तैयार होने व रसोई की स्थिति बदतर होने पर अधिकारियों ने संज्ञान लिया.
खाने बनाने से लेकर खाने वाले बरतनों की गंदगी भी अपनी बदहाली बता रही थी. अधिकारियों ने होटल संचालकों को अविलंब व्यवस्था में सुधार लाने की हिदायत दी. इंस्पेक्टर ने होटल संचालकों को तीन दिनों के भीतर रसोई, नाला व अन्य व्यवस्था को पटरी पर लाने का निर्देश देते सख्त कार्रवाई की बात कही. खोआ व मिठाई की हुई जांच अधिकारियों ने पर्व को देखते हुए शहर के बंगाली बाजार स्थित कई मिष्ठान भंडारों की भी जांच की. जांच के दौरान अधिकारियों ने दुकान में रखे खोआ,
मिठाई व मिठाई बनाने में प्रयुक्त होने वाले रंगों की भी जांच की. इंस्पेक्टर ने संचालकों को मिठाई व खाद्य पदार्थों को हमेशा साफ-सुथरे जगहों पर बनाने व ढ़क कर रखने का निर्देश दिया. उन्हांेने कहा कि चुनाव व प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण अभी समय दिया गया है. जिलधिकारी को मामले से अवगत कराया जायेगा. इसके बाद पूरी रणनीति के तहत शहर के सभी होटलों की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. फोटो-होटल 12- होटलों की जांच करते फूड इंस्पेक्टर अर्जुन प्रसाद