एसआइ 20 हजार घूस लेते धराये

एसआइ 20 हजार घूस लेते धरायेट्रक मालिक से घूस ले रहे थे पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय निगरानी ब्यूरो की टीम आरोपी को अपने साथ ले गयी पटनाफोटो नं. 32 कैप्सन-निगरानी के गिरफ्त में आये आरोपी पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय.प्रतिनिधि, फलकाफलका थाना के पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय को निगरानी ने ट्रक मालिक से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2015 7:08 PM

एसआइ 20 हजार घूस लेते धरायेट्रक मालिक से घूस ले रहे थे पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय निगरानी ब्यूरो की टीम आरोपी को अपने साथ ले गयी पटनाफोटो नं. 32 कैप्सन-निगरानी के गिरफ्त में आये आरोपी पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय.प्रतिनिधि, फलकाफलका थाना के पोठिया ओपी अध्यक्ष विद्यानंद पांडेय को निगरानी ने ट्रक मालिक से 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ शनिवार की सुबह नौ बजे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी थानाध्यक्ष को 13 सदस्य निगरानी ब्यूरो की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ पटना लेकर चली गयी. मांगे थे 40 हजार रुपयेनिगरानी ब्यूरो के डीएसपी पारस नाथ सिंह ने बताया कि धैया घाट सुल्तानगंज पटना का ट्रक 17 अगस्त 2015 को बखरी मोड़ के पास दुर्घटना ग्रस्त हो गया था. इसमें चालक नीतीश कुमार की मौके पर ही मौत हो गयी थी. ट्रक के एनओसी प्रमाण पत्र देने के बदले ट्रक मालिक रामदेव महतो से आरोपी थानाध्यक्ष ने 40 हजार रुपया मांगा. ट्रक मालिक ने प्रमाण पत्र के लिए 23 अगस्त को 15 हजार रुपये दिये थे. थानाध्यक्ष द्वारा 20 हजार रुपया और डिमांड किया जा रहा था. इसके बाद ट्रक मालिक रामदेव महतो ने 30 सितंबर को निगरानी ब्यूरो को लिखित शिकायत की. निगरानी विभाग ने तत्परता दिखाते हुए 31 अक्तूबर को 13 सदस्यीय टीम बनायी, जिसमें निगरानी डीएसपी पारसनाथ सिंह, पुलिस निरीक्षक अग्नू हत्ता, महेश सिंह, बिनोद सिंह सभी पुलिस निरीक्षक बल के साथ पोठिया पहुंच जाल बिछाया और नाटकीय ढंग से ट्रक मालिक को 20 हजार लेकर थानाध्यक्ष के पास भेजा. जैसे ही थानाध्यक्ष विद्यानंद पांडेय ने रुपये अपने हाथ में लिए, निगरानी ब्यूरो ने उन्हें दबोच लिया तथा उनका मोबाइल व अन्य कागजात जब्त कर लिया. ट्रक मालिक ने लगाया आरोपट्रक मालिक देव महतो ने बताया कि पोठिया ओपी अध्यक्ष को 15 हजार रुपये देने के बाद एनओसी देने के लिए काफी रोया-गिड़गिड़ाया, लेकिन वह 40 हजार डिमांड पर अड़े रहे, तब जाकर उनकी शिकायत निगरानी ब्यूरो को किया. उनके गिरफ्तारी से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.

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