नौजवान, गरीब व वंचित समाज हैं मेरी ताकत : पप्पू
नौजवान, गरीब व वंचित समाज हैं मेरी ताकत : पप्पू चुनाव प्रचार चरम पर है़ पांचवें और आखिरी चरण के लिए सभी पार्टियों व प्रत्याशियों ने अपनी सारी ताकत लगा दी है़ कोसी और सीमांचल में महागंठबंधन और एनडीए के बीच सांसद पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी नयी पहचान बनाने के लिए प्रयासरत है़ पार्टी […]
नौजवान, गरीब व वंचित समाज हैं मेरी ताकत : पप्पू चुनाव प्रचार चरम पर है़ पांचवें और आखिरी चरण के लिए सभी पार्टियों व प्रत्याशियों ने अपनी सारी ताकत लगा दी है़ कोसी और सीमांचल में महागंठबंधन और एनडीए के बीच सांसद पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी नयी पहचान बनाने के लिए प्रयासरत है़ पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक पप्पू यादव अब तक 270 से ज्यादा सभाओं को संबोधित कर चुके हैं. पांचवें और आखिरी चरण में अपने क्षेत्र में पार्टी को अधिक से अधिक सीट दिलाने के अभियान के तहत उनका तूफानी दौरा जारी है़ व्यस्त समय के बीच पप्पू यादव ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत की़ उन्होंने अपनी व अन्य पार्टियों की नीतियों की चर्चा की. अपनी दिल की बात भी रखी.प्रश्न : कोसी और सीमांचल को लेकर क्या योजनाएं हैं?उत्तर : कोसी और सीमांचल को सभी नेताओं ने लूटा़ इन क्षेत्रों से शुरू से ही कई विधायक व सांसद मंत्री बनते रहे़ फिर भी पूरे प्रदेश में इन दोनों क्षेत्रों की स्थिति बदतर है़ मेरी योजना इस क्षेत्र को एजुकेशन हब बनाने, फूड प्रोसेसिंग, मिल्क प्रोडक्ट का केंद्र व पर्यटक स्थल बनाने की है़ यह मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है़ं हम जब तक शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य के अधिकार को कंपलसरी नहीं करते, पक्की सड़क से सभी गांवों को नहीं जोड़ते, तब तक इस क्षेत्र को बेहतर नहीं बनाया जा सकता है़ क्षेत्र का 90 प्रतिशत परिवार 18.66 रूपये की दैनिक आमदनी पर जीवन यापन कर रहा है़ इतने ही परिवार एक कमरे के मकान में अपने पशुओं को साथ रखकर सोते हैं. इन सबकी स्थिति में सुधार किये बिना इस क्षेत्र को समृद्ध बनाने की सोच सार्थक नहीं हो सकती है़ मेरी सोच पहले इन योजनाओं पर अमल करने की है़ प्रश्न : पांच बार सांसद रहते अब तक आपने क्या किया?उत्तर : गरीब आदमी को सम्मान, नौकरशाह और बिचौलियों की मनमानी खत्म, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार, उसके शोषण पर अंकुश, माफियाओं का बोलबाला बंद, आम आदमी का राज जैसी चीजों पर अथक काम हुआ है़ इसका असर अब दिखने भी लगा है़ विकास की जहां तक बात है तो ऐसे गांवों में बिजली पहुंचायी, जहां आजादी के बाद से आज तक बिजली नहीं आ पायी थी़ फैक्ट्री बंद थी, एन एच बिहपुर से वीरपुर तक में काफी रुपये मेरे व्यक्तिगत प्रयास से आये. सवा साल के समय में काफी काम किया़ अभी भी काफी योजनाएं हैं. लेकिन जब तक नेता व नौकरशाह भ्रष्टाचार में लिप्त रहेंगे, आम आदमी के दर्द से अंजान बनने की कोशिश करते रहेंगे, समस्याओं का समाधान नहीं होगा़ इन सबको को देखते हुए मैंने आम आदमी की भलाई की सोच के साथ सारे काम को आगे बढ़ाया है़प्रश्न : आपको भाजपा का एजेंट बताया जा रहा है़उत्तर : लोकतंत्र में तीसरी पार्टी को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए क्या़ मुलायम सिंह यादव, एनसीपी, ओवैसी भी क्या भाजपा के एजेंट हैं? भाजपा को सबसे ज्यादा बढ़ावा तो नीतीश कुमार ने दिया़ 17 साल तक उसकी गोद में बैठे रहे़ मुसलमानों पर सबसे ज्यादा जुल्म करने व नरेंद्र मोदी को सबसे पहले प्रधानमंत्री कहने वाले नीतीश हैं. लालू यादव ने आरएसएस को दुनिया का सबसे बेहतर संगठन कहा था. सच्चर कमेटी की रिपोर्ट पर चुप्पी साधे रहे ये नेता़ सबने मुसलमानों का इस्तेमाल किया़ जबकि सबसे पहले दिन नरेंद्र मोदी का विरोध करने वाला पप्पू यादव था़ किशनगंज के दंगा को जिस तरह से आग दिया गया, पप्पू ने जान पर खेल कर उसे रोका़ मुझे एजेंट कह रहे हैं तो मुलायम सिंह यादव के बारे में क्यों नहीं बोलते, समधी हैं इसीलिए़ मेरा केवल एक लक्ष्य है महागंठबंधन और एनडीए के भ्रष्ट्र तंत्र से लोगों को मुक्त कराना और आम आदमी को उनका अधिकार दिलाना़प्रश्न : आरक्षण को लेकर क्या रुख है?उत्तर : आरक्षण का सवाल चुनाव के समय जानबूझ कर उठाया जा रहा है, सिर्फ वोट पाने के लिए़ 4.2 प्रतिशत शिक्षक नहीं, 9.8 प्रतिशत प्रोफेसर नहीं, 4600 गांव में मिडल स्कूल नहीं, सामाजिक न्याय के लोगों का एजुकेशन ग्रोथ शून्य, मुसहर की एक भी बेटी आज तक इंटर नहीं कर सकी़ ऐसे आरक्षण का क्या मतलब. आरक्षण आर्थिक आधार पर होना चाहिए़ कर्पूरी ठाकुर का फार्मूला सबसे बेहतर है़ अब लालू यादव, पप्पू यादव व रामविलास पासवान के बच्चों को आरक्षण का लाभ लेना चाहिए क्या, बिल्कुल नहीं. दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, आदिवासी को इसकी जरूरत है़ साथ ही अल्पसंख्यक और ऊंची जाति के गरीब लोगों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए़ मैं आउंगा तो आरक्षण आर्थिक आधार पर लागू करवाने की कवायद की जायेगी़ प्रश्न : गोमांस का मुद्दा जोर शोर से उठाया जा रहा है…उत्तर : सब वोट बैंक के लिए किया जा रहा है़ इस चुनाव में कोई भी कुकर्म किया जा सकता है और हजारों लाखों लाश गिरायी जा सकती है़ं इस चुनाव में जितना धनबल और बाहुबल के साथ जातीय उन्माद का इस्तेमाल किया जा रहा है, उतना पिछले किसी चुनाव में नहीं हुआ़ पिछड़ा, अगड़ा चुनाव में ही क्यों, गौ मांस, मंडल आरक्षण, जगगणना चुनाव में ही क्यों? यह सिर्फ और सिर्फ वोट पाने के लिए किया जा रहा है़ भ्रष्टाचार से बड़ा कोई अपराध है क्या़ ये सभी आर्थिक अपराधी हैं. जनता के पैसे लूटते हैं. गरीब की चमड़ी बेच कर पैसे लूटने वालों को जानवरों से कैसे मोहब्बत हो गयी. वैसे भी बीफ का मतलब गाय का मांस नहीं, बड़े जानवरों का मांस होता है़ जिसे बिहार के नेता अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए अपने-अपने तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रश्न : आपने खुद को लालू का वारिस बताया था़..उत्तर : मैं जाति की नहीं जमात की राजनीति करता हूं. वंशवाद की परंपरा को तोड़ना चाहता हूं. इसके लिए जब मैंने आवाज उठायी, तो मुझे पार्टी से निकाल दिया गया़ लालू यादव ने अपने बेटों-बेटियों के मोह में मुझे हटा दिया. शरद यादव के कहने पर मुझे निकाला़ बड़ी गहरी साजिश रची गयी़ मुझे निकालने में शरद यादव का सबसे बड़ा योगदान था़ जिसको अपने देश में, प्रदेश में जगह नहीं, जमीन नहीं, वह खुद को देश के सबसे बड़े नेता कहते हैं. प्रश्न : आमलोगों के लिए क्या कहना चाहते हैं.उत्तर : मेडिकल और एजुकेशन सिस्टम का व्यवसायीकरण नहीं होने दूंगा़ क्योंकि लोगों के जीवन और जीवन पद्धति से ये दोनों चीजें जुड़ी हैं. मेरी ताकत हैं गरीब, नौजवान और वंचित समाज के लोग, जो किसी जाति के दायरे में नहीं आते़ अगर हमारी पार्टी को चुनाव में कामयाब मिलती है और ऐसी नौबत आती है कि सरकार बनाने के लिए हमारे विधायकों की जरूरत पड़े तो हम मदद करेंगे नहीं, बल्कि दूसरी पार्टियों से समर्थन लेंगे़