राजद ने आयोजित किया विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन
सहरसा: राज्य की नीतीश सरकार सुनियोजित साजिश के तहत सामाजिक एकता को तोड़ रही है. समाज को बांटो और राज करो की नीति पर सरकार काम कर रही है. वर्तमान में अल्पसंख्यक समुदाय को जोड़ने के लिए भाजपा से गठबंधन तोड़ने का स्वांग रच रही है. उक्त बातें बुधवार को नगर भवन में आयोजित राजद के सहरसा विधानसभा सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर पूर्व मंत्री सह प्रमंडलीय संयोजक अशोक कुमार सिंह ने कही. पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी व नरेंद्र मोदी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जबकि नीतीश कुमार आडवाणी को धर्मनिरपेक्ष व मोदी को सांप्रदायिक बता अकलियत को गुमराह कर रहे हैं. अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जदयू की दोरंगी नीति को जान चुके हैं.
उन्होंने कहा कि विरोधी दलों द्वारा साजिश के तहत लालू प्रसाद को जेल में बंद करवाया गया है लेकिन राजद के कार्यकर्ता व समर्थक गोलबंद हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि राज्य में अफसरशाही, भ्रष्टाचार, बलात्कार का बोलबाला है. ऐसे में जनता की निगाह लालू प्रसाद व राजद पर टिकी हुई है.
निशाने पर रहे नीतीश
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो मनोज झा ने कहा कि फासीवादी मानसिकता की झलक वर्तमान नीतीश सरकार में दिखती है, गांधीवादी विचारधारा के बलबूते राजद ही इसका खात्मा करेगी. प्रवक्ता श्री झा ने कहा कि नीतीश कुमार की गलत मानसिकता की जानकारी लोगों को मिल चुकी है, जिसका जवाब देने के लिए लोग लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं. राज्य में आमलोगों की नहीं खास लोगों की सरकार है. महिषी विधायक डॉ अब्दुल गफूर ने कहा कि गरीबों को रोजी रोटी नहीं मिल रही है, मनरेगा में भ्रष्टाचार व्याप्त है. मधेपुरा विधायक प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि इंदिरा आवास योजना लूट का माध्यम बन गयी है, प्रखंड से लेकर जिला तक भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है. जिलाध्यक्ष मो ताहिर की अध्यक्षता में चले कार्यक्रम को पूर्व मंत्री कुंभ नारायण सरदार, पूर्व विधायक उपेंद्र हाजरा, हरिहर प्रसाद गुप्ता, प्रदेश महासचिव रंजीत यादव, बालमुकुंद गुप्ता, सुरेश प्रसाद यादव, डॉ उपेंद्र प्रसाद यादव, विनोद कुमार झा, युवा राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव शंकर विक्रांत, प्रो गीता यादव, अजय सिंह, अंजनी यादव, श्याम सुंदर यादव, अरुण यादव, अभय भगत सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया.