जनता के पसंद-नापसंद का फैसला आज
जनता के पसंद-नापसंद का फैसला आज तीन विधायक सहित एक पूर्व सांसद का प्रतिष्ठा दावं पर चारों विधानसभा क्षेत्र के 50 प्रत्याशियों को मतदाता के फैसले का है इंतजार सहरसा सदर. पांच चरण में संपन्न विधानसभा चुनाव के लंबे अंतराल के बाद आठ नवंबर को होने वाले मतगणना में जनता का फैसला सामने होगा. बिहार […]
जनता के पसंद-नापसंद का फैसला आज तीन विधायक सहित एक पूर्व सांसद का प्रतिष्ठा दावं पर चारों विधानसभा क्षेत्र के 50 प्रत्याशियों को मतदाता के फैसले का है इंतजार सहरसा सदर. पांच चरण में संपन्न विधानसभा चुनाव के लंबे अंतराल के बाद आठ नवंबर को होने वाले मतगणना में जनता का फैसला सामने होगा. बिहार के बदलते परिवेश में व बनते बिगड़ते राजनीतिक दलों के गठबंधन के बीच संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के इस महासमर में कोसी क्षेत्र की जनता किसे पसंद और किसे नापसंद की. इसका फैसला होने में अब कुछ घंटे ही शेष बचे हैं. बिहार में एनडीए व महा गंठबंधन की दो धाराओं के बीच क्षेत्र की जनता ने किस गठबंधन को सबसे अधिक तरजीह दी. इसका भी फैसला आज बिहार सहित देश के सामने होगा. सहरसा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टि से अहम माने जाते रहे हैं. इ स लड़ाई में जिले के तीन वर्तमान विधायक भाजपा के डॉ आलोक रंजन, राजद के प्रो अब्दुल गफूर व जदयू के रत्नेश सादा के लिए यह चुनाव परिणाम किस ओर करवट लेता है. यह अहम माना जा रहा है. क्योंकि तीन सीट पर महागंठबंधन का पूर्व से कब्जा है वहीं एक सीट पर भाजपा अपने कब्जे के बाद इस चुनाव में चारों विधानसभा सीट पर जीत के लिए महागंठबंधन को पटखनी देने के लिए चुनावी प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर विकास बनाम जंगल राज को लेकर जुबानी तीर छोड़ते रहे. पांच नवंबर को संपन्न इस क्षेत्र में आखिरी चरण के मतदान के बाद दोनों ही गठबंधन के प्रत्याशियों की चारों विधानसभा क्षेत्र में टक्कर को देख सभी प्रत्याशी अब तक अपने-अपने जीत का दावा कर रहे हैं. प्रत्याशियों का यह दावा आज जनता के फैसले के बाद बिल्कुल साफ हो जायेगा कि जनता ने इस बार किसे जीत का सेहरा पहनाया और किसे हार का मुंह दिखाया. –आमने-सामने की है टक्करसहरसा विधानसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला भाजपा के डॉ आलोक रंजन व राजद के अरुण कुमार यादव के बीच है. सिमरी बख्तियारपुर विस क्षेत्र पर भी पूर्व सांसद व जदयू के कद्दावर नेता दिनेश चंद्र यादव व राज परिवार के पुराने प्रतिद्वंद्वी खगड़िया सांसद पुत्र युसूफ सल्लाउद्दीन के बीच टक्कर है. सोनवर्षा राज सुरक्षित विधानसभा सीट पर महागंठबंधन के जदयू प्रत्याशी रत्नेश सादा व एनडीए के लोजपा प्रत्याशी सरिता पासवान बीच जीत-हार का सीधा मुकाबला है. इन्हीं दोनों में से क्षेत्र की जनता किसी एक को अपना जनप्रतिनिधि चुनेगी. इसी तरह महिषी विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव परिणाम चौंकाने वाला साबित हो सकता है. महागंठबंधन के वर्तमान विधायक व राजद प्रत्याशी प्रो अब्दुल गफूूर जहां इस सीट पर चौथी बार जीत के लिए बेताब दिख रहे हैं. वहीं पहली बार एनडीए गठबंधन के रालोसपा के युवा प्रत्याशी चंदन साह बागची आमने -सामने है. यहां जन अधिकार पार्टी प्रत्याशी गौतम कृष्ण मुकाबले को त्रिकोणीय बनाते दिख सकते हैं.फोटो- प्रत्याशी 5 -डॉ आलोक रंजन (भाजपा) फोटो- प्रत्याशी 6- अरुण कुमार यादव (राजद) फोटो- प्रत्याशी 7- दिनेश चंद्र यादव (जदयू) फोटो- प्रत्याशी 8- युसूफ सलाउद्दीन (लोजपा) फोटो- प्रत्याशी 9- रत्नेश सादा (जदयू) फोटो-प्रत्याशी 10- सरिता पासवान (लोजपा) फोटो-प्रत्याशी 11- प्रो अब्दुल गफूर (राजद) फोटो-प्रत्याशी 12- चंदन बागची (रलोसपा)फोटो-प्रत्याशी 13- गौतम कृष्ण (जाप)