नवजात की मौत पर निजी नर्सिंग होम में हंगामा

नवजात की मौत पर निजी नर्सिंग होम में हंगामा लापरवाही का लगाया आरोप कहा, चिकित्सक ने की अनदेखीचिकित्सक ने आरोपों को नकारा कहा, की भरपूर कोशिश प्रतिनिधि, सहरसा शहरनवजात बच्चे की मौत पर परिजनों ने चिकित्सक की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के गोरगामा निवासी मृतक बच्चे के दादा सरयुग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 6:53 PM

नवजात की मौत पर निजी नर्सिंग होम में हंगामा लापरवाही का लगाया आरोप कहा, चिकित्सक ने की अनदेखीचिकित्सक ने आरोपों को नकारा कहा, की भरपूर कोशिश प्रतिनिधि, सहरसा शहरनवजात बच्चे की मौत पर परिजनों ने चिकित्सक की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के गोरगामा निवासी मृतक बच्चे के दादा सरयुग साह ने बताया कि उनकी 24 वर्षीया पतोहू अंजली देवी को सिमरी बख्तियारपुर अस्पताल में 29 नवंबर की शाम चार बजे प्रसव हुआ था. बच्चे की स्थिति को देखते हुए आइसीयू में भरती किया गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि आइसीयू में रखे जाने के बाद भी चिकित्सक ने उस बच्चे की अनदेखी की, जिससे बच्चे की मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि बच्चे की मौत रात्रि 12 बजे ही हो गयी थी. लेकिन चिकित्सकों द्वारा बार-बार ठीक रहने की बात कही जा रही थी. अचानक मंगलवार की सुबह मौत होने की बात कह बच्चे को ले जाने को कहा गया. पूछे जाने पर गायत्री नर्सिंग होम के चिकित्सक डॉ रंजेश कुमार ने बताया कि बच्चे की स्थिति गंभीर थी. बच्चे को सांस लेने में कठिनाई थी. साथ-साथ मेनेंजाइटिस था. इस तरह के बच्चों को बचाना काफी कठिन होता है. उन्होंने बच्चे को बचाने की भरपूर कोशिश की. लेकिन बच्चे को नहीं बचा सके. उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत से उन्हें भी कष्ट पहुंचा है. लेकिन ऐसे मरीज को बचा पाना संभव नहीं था. उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत से परिजनों का चिकित्सकों के प्रति आक्रोश गलत है. परिजनों को भी स्थिति को समझनी चाहिए. फोटो- मौत 14 व 15 – मौत के बाद नर्सिंग होम के बाहर जमा परिजन व विलाप करती मां

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