जीना यहां, मरना यहां…
जीना यहां, मरना यहां… फोटो 10 बीएएन 61 ओवरब्रिज बना वृद्धा का बसेराकटोरिया. कटोरिया-देवघर मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित राजबाड़ा रेलवे ओवरब्रिज एक वृद्धा का बसेरा बना हुआ है़ विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के समाप्ति के बाद से ही यह महिला ओवरब्रिज पर दिन-रात पड़ी रहती है़ कभी करवट बदलती है, कभी सोती है, तो […]
जीना यहां, मरना यहां… फोटो 10 बीएएन 61 ओवरब्रिज बना वृद्धा का बसेराकटोरिया. कटोरिया-देवघर मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित राजबाड़ा रेलवे ओवरब्रिज एक वृद्धा का बसेरा बना हुआ है़ विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के समाप्ति के बाद से ही यह महिला ओवरब्रिज पर दिन-रात पड़ी रहती है़ कभी करवट बदलती है, कभी सोती है, तो कभी बैठ कर भी समय गुजारती है़ भाषा दूसरे राज्य की बोलती है़ बात-बात पर गुस्सा हो जाती है, कभी होठ कांपते हैं, आंखें भी नम हो जाती है़ं तीन माह के दौरान बरसात व गरमी तो कट गयी, अब ठंड झेलना चुनौती है़ अब तक इस पर किसी जनप्रतिनिधि, समाजसेवी या अधिकारी का ध्यान गया है.