बबलू हत्याकांड: 48 घंटे बाद भी कानून की पकड़ से बाहर है मुखिया
सहरसा : नगरपड़री पंचायत व मानवता को शर्मसार करने वाला बबलू हत्याकांड का नामजद मुख्य आरोपी मुखिया रूपेश खां हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी सहरसा पुलिस की पकड़ से बाहर है. इसके पूर्व रविवार की देर शाम अर्द्धसैनिक बलों की मौजूदगी में समाज के बहादुर पुत्र बबलू का अंतिम संस्कार 21 तोपों की सलामी […]
सहरसा : नगरपड़री पंचायत व मानवता को शर्मसार करने वाला बबलू हत्याकांड का नामजद मुख्य आरोपी मुखिया रूपेश खां हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी सहरसा पुलिस की पकड़ से बाहर है. इसके पूर्व रविवार की देर शाम अर्द्धसैनिक बलों की मौजूदगी में समाज के बहादुर पुत्र बबलू का अंतिम संस्कार 21 तोपों की सलामी के साथ कर दी गयी.
हालांकि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले बनगांव थानाध्यक्ष कमलेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है. अपराधी प्रवृति का है रूपेशपड़री पंचायत में मुखिया निर्वाचित होने के बाद से ही मुखिया रूपेश खां का विवादों से गहरा नाता रहा है. बीते वर्ष स्थानीय स्वास्थ्य उपकेंद्र में तैनात एएनएम ने मुखिया व उसके सहयोगियों पर दुष्कर्म का मामला भी दर्ज कराया था.
इसके बाद समाज में मुखिया की काफी फजीहत हुई थी. ज्ञात हो कि इसके अलावा आधा दर्जन मामले मुखिया के विरुद्ध बनगांव थाना में दर्ज है. इधर हत्याकांड में मुखिया की संलिप्तता की बात ने ग्रामीणों को अपने मताधिकार के प्रति पुन:
सोचने पर विवश कर दिया है. कहां छिपा है कातिल, हो रही चर्चाबबलू हत्याकांड में अभी तक मुखिया के पिता व उसके एक सहयोगी गुडू खां की गिरफ्तारी हो सकी है. जबकि मुखिया रूपेश खां व उसके दोनो भाई सहित संजय यादव फरार हैं. ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि पुलिस ससमय कार्रवाई करती तो मुख्य अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में होता.
लेकिन पुलिस की मुखिया के प्रति उदासीन कारवाई की वजह से आरोपी ठिकाना बदलने में कामयाब हो गया. शरीर कर दिया था क्षत-विक्षतपंचायत में चल रही विकास योजनाओं में अनियमितता के विरुद्ध आवाज उठाने वाले आइटीबीपी जवान बबलू खां व उसके परिजनों ने कभी सोचा भी नहीं था कि आरोपी उसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे.
सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया बबलू का शव बीती घटनाओं की कहानी कह रहा था. बबलू के चेहरे को तीन टुकड़े करने के निशान के अलावा शरीर की सभी हड्डियां तोड़ दी थी. परिजन हो या अपरिचित, सभी ने शव देख हत्याकांड की निंदा की थी. … अब भी रो रही है बेटीहत्याकांड के बाद बबलू की मां, बहन व पत्नी मौत के सच को स्वीकार बेसुध हो रही है.
तोतली आवाज में बोल रही बबलू की दो वर्षीय बेटी बरबस लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रही है. उसे अब भी इंतजार है कि ड्यूटी पर गये पापा वापस आयेंगे. साथ में अपनी बेटी के लिए ढेर सारा चॉकलेट लेकर आयेंगे. वह बच्ची बार-बार पापा…पापा की रट लगाये रहती है. बेटी की पुकार सुन आसपास के लोगों का भी धैर्य जवाब देने लगा है.
सभी उस मनहूस घड़ी व कातिल को कोस रहे हैं. फोटो-हत्या 8- अंतिम संस्कार में मृतक जवान को दी गयी सलामीफोटो- हत्या 7- पापा को याद करती है बेटी