बबलू हत्याकांड : पुलिस को चकमा दे रहा है हत्यारोपी मुखिया

19 दिसंबर को आईटीबीपी जवान बबलू की कर दी थी हत्या सहरसा नगर : पड़री गांव सहित पूरे जिले में अपने कुकृत्य के लिए चर्चित हत्यारोपी मुखिया रूपेश खां की गिरफ्तारी नहीं होना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. पुलिस की विशेष टीम मुखिया को पकड़ने के लिए खाक छान रही है. वहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 2:24 AM
19 दिसंबर को आईटीबीपी जवान बबलू की कर दी थी हत्या
सहरसा नगर : पड़री गांव सहित पूरे जिले में अपने कुकृत्य के लिए चर्चित हत्यारोपी मुखिया रूपेश खां की गिरफ्तारी नहीं होना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. पुलिस की विशेष टीम मुखिया को पकड़ने के लिए खाक छान रही है. वहीं मुखिया कानून की बेड़ियों से भागता फिर रहा है. 19 दिसंबर को गांव के आईटीबीपी जवान बबलू खां की हत्या के बाद से मुखिया फरार है.
स्थानीय लोगों के बीच इस बात को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है कि नृशंस कांड के आरोपी को पनाह देकर ऐसे कौन लोग हैं जो समाज को धोखा दे रहे है. इधर कानून भी नियम के अनुसार अपना कार्य कर रही है. इसके तहत अभी तक कुर्की जब्ती को लेकर बनगांव पुलिस कोर्ट में प्रार्थना कर चुकी है. गुरुवार को मुखिया के पड़री स्थित आवास पर पुलिस कोर्ट का इश्तिहार भी चिपका चुकी है.
न्याय की उम्मीद में परिजन
मृतक आइटीबीपी जवान बबलू खां की हत्या के बाद से ही गांव में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है. गांव के लोगों ने बताया कि बबलू की शालीनता को याद करते ही आंखे नम हो जाती है.
बबलू की पत्नी मनीषा देवी सहित मा व बहन को कोर्ट व पुलिस से न्याय की उम्मीद है. लोग उनके घर पर पहुंचते है , दिलाशा देते है लेकिन परिजन सिर्फ देखते रहते है. मृतक की मासूम बेटी को अब भी पापा की आने की उम्मीद लगी हुई है.
जनप्रतिनिधि भी हुए है शर्मशार
गांव के अन्य जनप्रतिनिधियों व समाजसेवी लोगों ने बताया कि मुखिया के कारनामें से गांव के जनप्रतिनिधि भी शर्मशार हुए है. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता का अभिभावक होता है, ऐसे में मुखिया की दरिंदगी की वजह से गांव का माहौल खराब हुआ है. लोगों ने कहा कि इसके पूर्व भी मुखिया गांव के लोगों को झूठे केसों में फंसा चुका है.
जमीन की दलाली करता है
गांव के लोगों ने बताया कि मुखिया बनने के बाद रूपेश खां ने काफी संपत्ति अर्जित की है.इसके अलावा वह जमीन की सौदेबाजी में भी अहम भूमिका निभाता था. इसी क्रम में शहर के वशिंगपिट के समीप जमीन का एक बड़ा भूखंड भी खरीदा था. जिला प्रशासन सभी तथ्यों का जांच कराये तो मुखिया पर दबाव बनाया जा सकता है. लोगों ने बताया कि जमीन विवाद में कई भू माफियाओं से हत्यारोपी मुखिया की अदावत भी चल रही है.

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