प्रभार में चल रहा प्रखंड का शक्षिा कार्यालय

प्रभार में चल रहा प्रखंड का शिक्षा कार्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद तोड़ रही है दमपतरघट एक ओर जहां शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विद्यालयों में नामांकित बच्चों के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ छात्र उपस्थिति बढ़ाने के लिए पोशाक, छात्रवृत्ति राशि एवं एमडीएम जैसी तरह-तरह की योजनाएं चलायी जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 6:45 PM

प्रभार में चल रहा प्रखंड का शिक्षा कार्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद तोड़ रही है दमपतरघट एक ओर जहां शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विद्यालयों में नामांकित बच्चों के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ छात्र उपस्थिति बढ़ाने के लिए पोशाक, छात्रवृत्ति राशि एवं एमडीएम जैसी तरह-तरह की योजनाएं चलायी जा रही है. वहीं शिक्षा विभाग के पदाधिकारी द्वारा विद्यालयों का नियमित रूप से निरीक्षण नहीं किये जाने की वजह से क्षेत्र के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद दम तोड़ती नजर आ रही है. नियमित निरीक्षण नहीं किये जाने की एक खास वजह यह भी है कि प्रखंड में बीईओ जैसा महत्वपूर्ण पद करीब चार महीने से भी ऊपर समय से खाली पड़ा हुआ है. जिसका प्रभारी बीईओ के रूप में सौर बाजार बीईओ अरुण कुमार सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा है. वे पतरघट बीआरसी नहीं आकर ज्यादातर समय सहरसा आवास में रहकर सरकारी कार्यों को माध्यमों के मारफत संचालित करते हैं. क्षेत्र के विद्यालयों की स्थिति यह है कि शिक्षक द्वारा कब विद्यालय खोला जाता है और कब बंद कर दिया जाता है यह आसपास के अभिभावकों तक को भी पता नहीं चलता है. अभिभावकों द्वारा जब विद्यालय बंद रहने एवं शिक्षकों के विलंब से विद्यालय पहुंचने की सूचना शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को दी जाती है तो संबंधित पदाधिकारी द्वारा लिखित में शिकायत करने को कहा जाता है. नतीजतन फरारी शिक्षकों का मनोबल काफी बढ़ गया है. वे विद्यालय जाने के बजाय घर में बैठकर सरकारी वेतन का लाभ उठा रहे हैं. अभिभावक भी हैं परेशानक्षेत्र के अभिभावक दिलीप कुमार यादव, सुनील पोद्दार, मुकेश, वीरेन्द्र सिंह, मुनचुन बाबू सहित दर्जनों ने बताया कि अगर जिला के आलाधिकारियों द्वारा विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाये, तो सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जायेगी. शिक्षा विभाग के पदाधिकारी की दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी के कारण क्षेत्र के विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद दम तोड़ती नजर आ रही है. हालांकि इधर हाल के दिनों में बीडीओ कर्पूरी ठाकुर द्वारा सरकारी कार्यों से समय निकालकर कुछेक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया. विद्यालयों की स्थिति देख वे खुद भी हैरत में पड़ गये. हालांकि कुछ शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछते हुए कार्रवाई का संकेत दिया गया है. लेकिन स्थिति में अब भी सुधार नहीं के बराबर हो रहा है. कुछ मिलाकर विद्यालयों की स्थिति रामभरोसे चल रही है. दो प्रखंडों के प्रभार में फंसे बीइअोइस बाबत सौर बाजार में पदस्थापित पतरघट के प्रभारी बीईओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दो-दो प्रखंड के प्रभार में रहने के कारण समयाभाव के कारण समुचित समय नहीं दे पा रहा हूं. इसके कारण शैक्षणिक सहित अन्य व्यवस्था चरमराने की सूचना मिली है. अब लगातार औचक निरीक्षण कर व्यवस्था में सुधार का प्रयास करूंगा.

Next Article

Exit mobile version