दुर्दशा में अव्वल है सभापति के वार्ड का नाला

दुर्दशा में अव्वल है सभापति के वार्ड का नाला दो सौ मीटर नाले की सफाई में भी अक्षम है नपसहरसा मुख्यालय. वैसे तो पूरे शहर के नालों की स्थिति अत्यंत खराब है, जो नप के अधिकारी व उस वार्ड के पार्षद की अकर्मण्यता को सामान्य रूप से सार्वजनिक करता है, लेकिन जब नगर सरकार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 6:46 PM

दुर्दशा में अव्वल है सभापति के वार्ड का नाला दो सौ मीटर नाले की सफाई में भी अक्षम है नपसहरसा मुख्यालय. वैसे तो पूरे शहर के नालों की स्थिति अत्यंत खराब है, जो नप के अधिकारी व उस वार्ड के पार्षद की अकर्मण्यता को सामान्य रूप से सार्वजनिक करता है, लेकिन जब नगर सरकार के सभापति के वार्ड की भी वही दशा हो तो कोई क्या कहेगा. संभवत: यही कारण है कि अन्य किसी वार्ड के पार्षद अपने वार्ड के नालों की दशा सुधारने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं. यहां तक कि सभापति के वार्ड से सटे वार्डों पर भी उनके पड़ोस में होने का कोई असर नहीं होता है. आश्चर्य तो यह भी है कि जिस वार्ड में नगर परिषद का कार्यालय स्थित है. उस वार्ड के नाले की दशा तक सुधारने की जिम्मेवारी लेने वाला कोई नहीं है. –दो सौ मीटर भी नहीं करा सकते साफनगर परिषद कार्यालय से महज 100 मीटर दक्षिण गंगजला चौक. इस चौक से 200 मीटर पश्चिम रेलवे क्रॉसिंग से पहले तक सड़क के दोनों ओर नाले बने हैं. दक्षिणी नाला नप सभापति के वार्ड नंबर 19 में है तो उत्तरी नाला वार्ड नंबर 18 में. लेकिन इतनी कम दूरी के नालों की भी सफाई कर पाने में नप अक्षम है. परिणाम है कि नाले से ओवरफ्लो होने वाले पानी को सड़क पर फैलने से रोकने के लिए मिट्टी का रोक लगाया गया है. पूरा नाला गाद, मिट्टी व कचरों से अटा पड़ा है. दो सौवें मीटर पर मुहाना भी कचरों से जाम है. फोटो- नाला 1- गंगजला चौक पर गाद व मिट्टी से भरा नालाफोटो- नाला 2- डॉ एसएन भगत के घर के आगे मिट्टी से रोका बहिश्राव फोटो- नाला 3- भूपेंद्र टी स्टॉल के आगे नाले की दशाफोटो- नाला 4- वार्ड नं. 18 में सुशील की दुकान के आगे नाले की दुर्दशाफोटो- नाला 5- रेलवे गुमटी के पास मुहाने पर जमा है कचरा

Next Article

Exit mobile version