नगर नगर निगम क्षेत्र के मुख्य पोखर सहित चिन्हित 69 पोखरों को है सफाई का इंतजार

नगर नगर निगम क्षेत्र के मुख्य पोखर सहित चिन्हित 69 पोखरों को है सफाई का इंतजार

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2024 6:00 PM
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छठ पर्व को बचे हैं मात्र 16 दिन, अब तक एक भी पोखरों की नहीं हुई सफाई टेंडर के खेल में लगी है नगर निगम सहरसा . आस्था का महापर्व छठ घाटों की सफाई आज तक शुरू नहीं हो सकी है. नगर निगम आज भी टेंडर-टेंडर खेल में लगी है. जबकि महापर्व में अब 16 दिन ही शेष बचे हैं. साथ ही इस वर्ष पोखरों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले वर्ष जहां 67 छठ घाटों को नगर निगम द्वारा चिह्नित किया गया था. वह बढ़कर अब 69 हो चुके हैं. जिसमें लगभग सभी छठ घाटों पर आज भी गंदगी का साम्राज्य व्याप्त है. निगम टेंडर के फेर में जुटी है. इसके लिए सोमवार की संध्या तक अंतिम आवेदन लेने की तिथि निर्धारित की गयी है. इसके बाद टेंडर खुलेगा व अभिकर्ता का चयन होगा. जिसके बाद समय कम होने से सिर्फ खानापूर्ति ही शायद देखने को मिले. इधर बाजार में छठ की सामग्री बिकने लगी है. खासकर बांस से निर्मित विभिन्न तरह की सामग्री की खरीदारी शुरू है. लेकिन पर्व जिस घाट पर होंगे, वहां की व्यवस्था पर अब तक ना तो नगर निगम का ही ध्यान है. ना ही जिला प्रशासन इस ओर किसी तरह का दिशा निर्देश देती नजर आ रही है. एक समय था जब जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल छठ घाटों की व्यवस्था को लेकर अधिकारियों व वरिष्ठ कर्मियों को जिम्मेदारी देते थे. साथ ही अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मियों की हाजिरी निर्धारित छठ घाट पर ही लिया करते थे. जिससे व्रतियों को काफी सुविधा मिलती थी. घाट चकाचक के साथ रौशनी व घाट में खतरे को भांपते हुए बैरिकेडिंग का कार्य सहित महिलाओं के लिए कपडे़ बदलने को लेकर अस्थायी चेंजिंग रूम तक का निर्माण होता था. डीएम श्री गुंजियाल खुद पोखरों में प्रवेश कर सफाई का कार्य करते थे. जिससे अधिकारी व कर्मी भी योगदान करते थे. लेकिन उनके तबादले के बाद धीरे-धीरे स्थिति जस की तस बनती जा रही है. अब जबकि छठ पर्व को 16 दिन ही बचे हैं. लेकन छठ घाटों का मुआयना तक ही कार्य सीमित है. जबकि पूर्व की अपेक्षा इस वर्ष नगर निगम क्षेत्र में पोखर, तालाब व झीलों की संख्या में भी अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है. पूर्व नगर परिषद में जहां मात्र 40 छठ घाट चिह्नित थे. वहीं इस वर्ष नगर निगम में यह बढ़कर 69 हो गयी है. ऐसे में घाटों की सफाई का कार्य शुरू नहीं होने से श्रद्धालुओं में संशय की स्थिति बन रही है. जबकि पूर्व में दुर्गा पूजा संपन्न होते ही छठ घाटों की सफाई शुरू हो जाती है. लेकिन नगर निगम क्षेत्र में अब तक छठ घाटों की सफाई नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं. नगर निगम को छठ घाटों पर सफाई अभियान सहित सुरक्षा के तहत कार्य करने की जरूरत है. जिससे श्रद्धालु छठ पूजा सौहार्दपूर्ण वातावरण में मना सके. नगर निगम क्षेत्र में नये जुटे पंचायतों की कौन कहे शहर के मुख्य छठ घाटों की स्थिति पूरी तरह दयनीय बनी हुई है. व्यवहार न्यायालय के निकट सतपोखरा सहित मत्स्यगंधा झील में कचडे का अंबार लगा है. सतपोखरा स्थित मुख्य पोखर का पानी व्रतियों के खड़ा होने लायक नहीं है. वहीं मत्स्यगंधा झील, गांधी पथ पोखर, मसोमात पोखर की हालत भी काफी खराब है. यहां सफाई सहित बैरिकेडिंग की भी जरूरत है. इन दो मुख्य घाटों पर व्रतियों की काफी भीड जुटती है. ऐसे में सुरक्षा के प्रबंध की भी जरूरत है. मत्स्यगंधा झील में जलकुंभी व कचरा चारों ओर फैले हैं. जहां सफाई अभियान चलाने की जरूरत है. स्थानीय लोग नगर निगम की ओर टकटकी लगाये हैं कि कब इस पोखर व झील की सफाई नगर निगम करेगा. पोखर व झील में गंदगी के साथ मूर्ति विसर्जन के अवशेष पडे हैं. यह हालात नगर निगम क्षेत्र के सभी जगहों पर बनी हुई है. जहां सफाई की सख्त जरूरत है. जबकि यह सफाई कार्य नगर निगम के लिए चुनौती से कम नहीं है. इस वर्ष इस कार्य के प्रति सुस्ती दिख रही है. इससे लोगों में परेशानी झलक रही है. इन घाटों की होनी है सफाई नगर निगम क्षेत्र स्थित चिह्नित छठ घाटों में मवि नन्दलाली स्कूल के पीछे वाला पोखर, नारायण टोला में नगर व तालाब दोनों है, नन्दालाली से दक्षिण सखुआगाछी से पश्चिम तालाब, वक्की राम टोला नहर पर उत्तर पुला एवं दक्षिण पुला के बगल में, शिव मंदिर के पास नहर के बगल में पोखर, तेलयारी टोला पोखर, गेरूहा टोला में धार के पास, सुखासन बाबूलाल कमवि सुखासन के पूरब सटे पोखर, पश्चिमी मध्य टोला सूखासन बगल में शिवमंदिर पोखर, बलुआहा नहर के पास, सुखासन रेलवे लाईन से पूरब बजरंग बली स्थान के पास, बैजनाथपट्टी हाईस्कूल के बगल में, सिमराहा राम टोला, छठ मंदिर पोखर, सिमराहा पूर्वी भाग पोखर, राम जानकी ठाकुरवाड़ी पोखर, पुलिस लाइन पोखर, मत्स्यगंधा नहर किनार, शिव मंदिर पोखर, भेलाही टोला पोखर, मुरली पोखर, अगुवानपुर पोखर, दुर्गा मंदिर पोखर, परसाहा बजरंगबली मंदिर के पास, बाबा मंदकर चौक के निकट, सरदार पैक्स गौदाम के नजदीक पोखर, बैंगहा पोखर, फुल सिंह पोखर, पासवान टोला पोखर, सत पोखरिया, न्यू कॉलनी पोखर, जयराम साह पोखर सराही, शंकर चौक पोखर, सुपर बाजार पोखर, पंचवटी, आरएम कॉलेज पोखर, डुमरैल पोखर, यादव चौक बजरंग बली पोखर, काली मंदिर से पूरब, मनो मनोहर हाई स्कूल से दक्षिण, तिलावे नदी के पास, बरघरिया पोखर, नहर के पास मुखिया जी टोला, बजरंग बली पोखर, ड्रेनेज पासवान टोला पोखर, चिमनी के पास पोखर, पटुआहा दक्षिण टोला बजरंगबली के आगे पोखर, पंचायत सरकार भवन के बगल में पोखर, सुभाष झा पोखर, पूर्वी टोला के धार के किनारे, माना साह पोखर, झपड़ा टोला, सहरसा बस्ती पोखर, बहेलवा पोखर, पीजी सेंटर, जयसवाल पोखर, मसोमात पोखर, नंदन सिंह पोखर झांसी चौक, कहरा कुटीर पोखर, नाथ बाबा पोखर, मिडिल स्कूल सुलिन्दावाद, करगोला पोखर कब्रीस्तान, तीनपुलिया रेलवे पुल, नासी पुला, कोरलाही पोखर, सुबेदारी टोला पोखर, रूपनगरा पोखर, रूपनगरा पोखर दो की सफाई होनी है. लेकिन धरातल पर कार्य शुरू तक नहीं हुआ है. फोटो – सहरसा 19 – जलकुंभी से भरा गांधी पथ पोखर. फोटो – सहरसा 20 – कचरे से भरा मसोमात पोखर. फोटो – सहरसा 21 – सफाई का बाट जोहता मत्स्यगंधा झील.

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