डीटीओ के मनमर्जी से चलती है गाड़ियां
डीटीओ के मनमर्जी से चलती है गाड़ियां लाइसेंस मांग की जाने वाले अयोग्य कर देने की मिलती है धमकी सहरसा सदर . स्थानीय परिवहन कार्यालय की अनियमितता व विभागीय अधिकारी की मनमर्जी को लेकर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोग विभागीय चक्कर लगाने को मजबूर हैं. डीटीओ राजीव कुमार की मनमर्जी के कारण उन पर ऊंगली […]
डीटीओ के मनमर्जी से चलती है गाड़ियां लाइसेंस मांग की जाने वाले अयोग्य कर देने की मिलती है धमकी सहरसा सदर . स्थानीय परिवहन कार्यालय की अनियमितता व विभागीय अधिकारी की मनमर्जी को लेकर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोग विभागीय चक्कर लगाने को मजबूर हैं. डीटीओ राजीव कुमार की मनमर्जी के कारण उन पर ऊंगली उठनी शुरू हो गयी है. मोटरयान निरीक्षक ने एक ओर बिना चालक जांच के ही लोगों को अनुज्ञप्ति जारी करने का आरोप लगाकर इसकी जांच की मांग की है. वहीं शनिवार को कई लोगों ने डीटीओ की मनमर्जी को लेकर डीएम से शिकायत की. जानकारी के अनुसार सुनील पोद्दार नामक व्यक्ति अपना लाइसेंस खो जाने के बाद डुप्लीकेट लाइसेंस निर्गत कराने के लिए चालान कटाने के बाद जब डीटीओ के पास आदेश निर्गत कराने पहुंचे तो डीटीओ द्वारा प्रताड़ित होने के बाद डीएम से इसकी लिखित रूप में शिकायत की. आवेदक ने बताया कि डीटीओ से आग्रह करने पर उन्हें डांट-फटकार कर चालान पर अयोग्य करार देते हुए उन्हें भगा दिया. इस तरह कार्यालय अवधि के दौरान डीटीओ कार्यालय के बाहर खड़े दर्जनों आवेदकों ने भी परिवहन विभाग की परेशानी व डीटीओ के कारगुजारी को लेकर अपनी शिकायत सुनाई. कई आवेदन बाहर फेंके मिले एक ओर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रतिदिन परिवहन विभाग कार्यालय का जहां चक्कर लगाते रहते हैं, वहीं शनिवार को कई आवेदन व चालान के कागजात डीटीओ कार्यालय के बाहर फेंका पाया गया. उन कागजातों को रात्रि प्रहरी अलाव के रूप में व्यवहार कर अपनी ठंडक को बुझाते हैं. मीडिया की नजर जब उन कागजातों पर पड़ी तो आनन-फानन में तैनात गार्ड द्वारा सभी कागजातों को समेट कर रख दिया गया है. फोटो- डीटीओ 16- आवेदन को दिखाता पीडि़तफोटो- डीटीओ 17- कार्यालय के बाहर फेंका गया आवेदन