आत्मवश्विास ही नहीं, हेलमेट भी जरूरी है…

आत्मविश्वास ही नहीं, हेलमेट भी जरूरी है… प्रभात खासशहर में फर्राटा भरती हैं महिलाएं, नहीं पहन रहीं हेलमेटमहिला-पुरुष सभी के लिए आवश्यक है हेलमेट प्रतिनिधि, सहरसा नगरसड़क पर वाहन चलाते समय सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने का दायित्व चालक पर भी होता है. वाहन चलाते समय आप चालक ही नहीं परिवार व समाज के दायित्व का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 6:43 PM

आत्मविश्वास ही नहीं, हेलमेट भी जरूरी है… प्रभात खासशहर में फर्राटा भरती हैं महिलाएं, नहीं पहन रहीं हेलमेटमहिला-पुरुष सभी के लिए आवश्यक है हेलमेट प्रतिनिधि, सहरसा नगरसड़क पर वाहन चलाते समय सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने का दायित्व चालक पर भी होता है. वाहन चलाते समय आप चालक ही नहीं परिवार व समाज के दायित्व का बोझ भी साथ लेकर चलते हैं. डॉक्टर बताते हैं कि वाहन दुर्घटना के समय, खास कर बाइक चलाने वाले के लिए हेलमेट वरदान साबित होता है. वे कहते हैं कि दुर्घटना के समय चालक तेज गति के साथ सड़क या वाहन से टकराता है. ऐसी स्थिति में शरीर का ऊपरी हिस्सा ज्यादा प्रभावित होता है. जो शरीर का महत्वपूर्ण व संवेदनशील हिस्सा होता है. ऐसे में हेलमेट रूपी कवच के बिना छोटी यात्रा करने से भी परहेज करें. ज्ञात हो कि शहर में वाहन चलाने के मामले में नौसिखिये व किशोर तो पूर्व से लापरवाही बरतते आ रहे हैं. ऐसे में अब महिलाओं ने भी बगैर हेलमेट सफर की शुरुआत कर समाज को नकारात्मक संदेश दिया है. इसमें बदलाव की आवश्यकता है. हेलमेट नहीं पहनने वालों पर हो कार्रवाई बाइक सवार लोगों के लिए हेलमेट को अनिवार्य कर देने से जिले में वाहन दुर्घटना से होने वाली मौत को कम किया जा सकता है. इसे लागू करने के लिए कड़े मापदंड बनाना आवश्यक है. ज्ञात हो कि अन्य नगरों में बगैर हेलमेट सफर करने वालों के विरुद्ध जुर्माना व दंडात्मक कार्रवाई की जाती है. नतीजतन दिल्ली जैसे महानगरों में खाली सड़कों पर भी लोग हेलमेट का प्रयोग करते हैं. पुलिस भी नहीं है सक्रिय जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर के सभी इंट्री प्वायंट पर पुलिस चेक पोस्ट बनाये गये हैं. जहां तैनात पुलिस विभाग के अधिकारी वाहनों की लाइसेंस जांच कर खानापूर्ति कर रहे हैं. जबकि शहर के मुख्य मार्गों सहित बाहर के इलाके में हेलमेट को अनिवार्य बनाने के लिए वाहन चालकों के विरुद्ध जुर्माना वसूली का नियम लागू भी होना चाहिए. प्राणरक्षक बनता है हेलमेट शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ एचआर मिश्रा कहते हैं कि मानव शरीर में मस्तिष्क सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. इनसानी शरीर की सभी कोशिकाओं का जुड़ाव भी दिमाग से होता है. ऐसे में उसकी सुरक्षा को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है. डॉक्टर बताते हैं कि हेलमेट सड़क हादसे के समय मस्तिष्क की रक्षा करती है. अपने आप से करें शुरुआत ट्रैफिक इंचार्ज नागेंद्र राम कहते हैं कि समाज के अलावा घर के लोग भी हेलमेट को अनिवार्य करने में प्रशासन की मदद कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि घरों से बगैर हेलमेट निकलने वाले लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि हेलमेट नहीं पहनने वाले लोगों पर पुलिस जुर्माना वसूली की कार्रवाई कर रही है. फोटो-हेलमेट 2- डीबी रोड में बगैर हेलमेट फर्राटा भरती युवतियां

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