सहरसा नगर : शहर में शुद्ध जलापूर्ति योजना के तहत पाइप बिछाने के लिए सड़कों को खोद दिया जाता है. काम होने के बाद गड्ढे को मिट्टी व गिट्टी से भरकर आगे बढ़ जाते हैं. शहर के नया बाजार, कृष्णा नगर, बटराहा, थाना चौक के अलावा कई जगह वाटर पाईप बिछाया जा चुका है. इन […]
सहरसा नगर : शहर में शुद्ध जलापूर्ति योजना के तहत पाइप बिछाने के लिए सड़कों को खोद दिया जाता है. काम होने के बाद गड्ढे को मिट्टी व गिट्टी से भरकर आगे बढ़ जाते हैं. शहर के नया बाजार, कृष्णा नगर, बटराहा, थाना चौक के अलावा कई जगह वाटर पाईप बिछाया जा चुका है.
इन जगहों पर सड़क की स्थिति भयावह हो गयी है. मंगलवार की शाम हुई हल्की बारिश के बाद स्थिति पैदल चलने के लायक भी नहीं रह गयी है.
बिगड़ने लगी है तसवीर : बीते पांच वर्षो में नगर परिषद, बीआजीएफ, विधायक निधि से निर्मित अरबों रुपये की सड़क पाइप बिछाने के चक्कर में जमींदोज हो रही है. कार्य कर रहे संवेदक बताते है कि सड़क की मरम्मत भी की जायेगी, लेकिन कब के सवार पर चुप रह जाते है.
शहर के कई इलाकों में सड़क टूटने की वजह से आवागमन पूर्णरूपेण बाधित हो गयी है.
विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं लोग : पाइप लाइन बिछाने के नाम पर सड़क तोड़ने की कवायद की स्थानीय क्षेत्रों में फजीहत भी हो रही है. लोग मोहल्ले में सड़क खोदने पर विरोध जता रहे है. वार्ड पार्षद सिद्धि प्रिया ने कहा कि सड़क खोदने के बाद उसे दुरुस्त भी करना चाहिए. लोगों को समस्या हो रही है. संबंधित विभाग अपना रुख स्पष्ट करे अन्यथा अन्य क्षेत्रों में भी पब्लिक आक्रमक रुख अपनायेगी.
सड़क निर्माण भी करना होगा : नियम के अनुसार पाइप लाइन बिछाने के बाद संबंधित विभाग व संवेदक को ही टूटी हुई सड़क का निर्माण भी कराना है. ऐसा नहीं करने पर जिला प्रशासन के समक्ष शिकायत भी दर्ज करायी जा सकती है.
बरसात में बढ़ेगी मुश्किल : वाटर पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क किनारे तीन फीट का गड्डा किया जा रहा है. जिसमें पाइप डालने के बाद निकाली गयी मिट्टी व गिट्टी को बेतरतीब ढ़ंग से डाल दिया जाता है. लोग बताते है कि बरसात के दिनों में सड़क पर गिरने वाली पानी पाइप लाइन के तरफ रिसने लगेगी. जिसके बाद उपर से रखी गयी मिट्टी धंसने लगेगी. जो दुर्घटना को आमंत्रण देने का काम करेगी.