आरक्षण रोस्टर ने जनप्रतिनििधयों की बढ़ायी परेशानी
सोनवर्षाराज : पंचायत चुनाव में सूबे की सरकार द्वारा आरक्षण व्यवस्था लागू किये जाने से कई पंचायत के मुखिया का अगले दस वर्षों के लिए राजनीतिक रास्ता बंद हो गया है. आरक्षण के चक्रानुक्रम की नई व्यवस्था की घोषणा ने न केवल कई मुखिया बल्कि प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख की राजनीति को लगभग समाप्त […]
सोनवर्षाराज : पंचायत चुनाव में सूबे की सरकार द्वारा आरक्षण व्यवस्था लागू किये जाने से कई पंचायत के मुखिया का अगले दस वर्षों के लिए राजनीतिक रास्ता बंद हो गया है. आरक्षण के चक्रानुक्रम की नई व्यवस्था की घोषणा ने न केवल कई मुखिया बल्कि प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख की राजनीति को लगभग समाप्त कर दिया है. प्रखंड के सभी 21 पंचायत के मुखियाओं के आरक्षण में हुए बदलाव की वजह से आगामी चुनाव में नए चेहरे का आना तय है.
पंचायत आरक्षण में बदलाव पूर्व की स्थिति
लगमा महिला सामान्य सामान्य अन्य
साहपुर अनूसूचित जाति सामान्य महिला
सोहा अनूसूचित जाति सामान्य महिला
विराटपुर अतिपिछड़ा अनुसूचित जाति
खजुराहा अनूसूचित जाति महिला अति पिछड़ा
बरैठ समान्य सामान्य महिला
सोनवर्षा अतिपिछड़ा सामान्य महिला
देहद सामान्य अनुसूचित जाति
सहशौल सामान्य सामान्य
अतलखा सामान्य महिला अतिपिछड़ा
बड़गांव सामान्य महिला सामान्य
बरसम सामान्य सामान्य
मोकमा सामान्य महिला सामान्य
पड़ड़िया अनूसूचित जाति महिला अतिपिछड़ा
काशनगर सामान्य सामान्य महिला
कोपा अतिपिछड़ा महिला अनुसूचित जाति
रघुनाथपुर सामान्य महिला अतिपिछड़ा
सरौनी मधेपुरा समान्य सामान्य
महुआ उत्तरबाड़ी अतिपिछड़ा सामान्य
बैठ मुशहरी सामान्य समान्य
मंगवार सामान्य सामान्य