मामले का पटाक्षेप. एएसआइ के बेटे ने मांगी थी डॉक्टर से रंगदारी
दो युवकों की हुई गिरफ्तारी अस्त-व्यस्त चिकित्सा व्यवस्था से पीड़ित लोगों के लिए राहत की बात है. डॉक्टर से रंगदारी मांगने के मामले में सुपौल व सहरसा से दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. सहरसा सिटी : शहर के नया बाजार स्थित हार्ट केयर सेंटर के संचालक डॉ आइडी सिंह से एक करोड़ की […]
दो युवकों की हुई गिरफ्तारी
अस्त-व्यस्त चिकित्सा व्यवस्था से पीड़ित लोगों के लिए राहत की बात है. डॉक्टर से रंगदारी मांगने के मामले में सुपौल व सहरसा से दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है.
सहरसा सिटी : शहर के नया बाजार स्थित हार्ट केयर सेंटर के संचालक डॉ आइडी सिंह से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया. बुधवार को सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वस ने बताया कि डॉक्टरों से रंगदारी मांगने के बाद पुलिस पूरी संजीदगी से मामले का अनुसंधान कर रही थी.
आठ फरवरी को जिस नंबर से फोन आया था, उसकी जांच में संलिप्त पाये गये सुपौल जिले के परसरमा निवासी सुमन सौरभ उर्फ मिठु सिंह व दूसरे नंबर जो मुबंई से आने की बात सामने आयी थी. एसपी के निर्देश पर टीम गठित कर मुबंई भेजा गया. जहां छापेमारी कर व टेक्नीकल सर्विलांस के माध्यम से गोपालगंज जिले के सिद्धरिया कटरिया निवासी हरेश यादव, जो मुबंई के बायकला स्टेशन पर सब्जी बेचने का काम करता है, को गिरफ्तार किया गया है. प्रेसवार्ता में सदर एसडीओ जहांगीर आलम, प्रशिक्षु डीएसपी पोलस्त कुमार, सदर थानाध्यक्ष संजय सिंह मौजूद थे.
क्या था मामला : आठ फरवरी को शहर के डॉ आइडी सिंह, डॉ ब्रजेश कुमार व एक पैथोलोजी संचालक से क्रमश: एक करोड़ बीस लाख व दस लाख की रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया था. डॉ आइडी सिंह के बयान पर सदर थाना में मामला दर्ज करवाया गया था. जिसके बाद पुलिस अनुसंधान में जिस नंबर से रंगदारी मांगी गयी थी,
वह सराही की एक महिला के नाम से निर्गत था. पुलिस ने जब उस महिला को पूछताछ की तो उन्होंने सिम से इंकार करते कहा कि उन्होंने अपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी ब्यूटीशियन कोर्स करने के लिए दिया था. पुलिस ने जब गौतम सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने कार्ड लेने व उस पर हस्ताक्षर कर गौरव को देने की बात कही.
गौरव ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसे परसरमा निवासी मिठु सिंह ने एनजीओ के प्रशिक्षण का फॉर्म दिया था और यह कागजात भी उसी के पास है. जिसके बाद पुलिस मिठु की गिरफ्तारी के लिये लगातार प्रयास कर रही थी. लेकिन वह फरार चल रहा था.
तोड़ दिया सिम व मोबाइल : रंगदारी मांगने में जिस नंबर का उपयोग हुआ था, पुलिस सिम व मोबाइल दोनों बरामद करने में सफल नहीं हुई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मिठु ने सिम व मोबाइल को तोड़ दिया है. वहीं मिठु ने अपने आप को निर्दोष बताते कहा कि मामला में नाम आने के बाद लॉज के लड़कों व मामा के कहने पर डर से उसने अपना नंबर 7870016775 व मोबाइल को तोड़ दिया.
हालांकि पुलिस उसकी इस बात से संतुष्ट नजर आ रही है. इधर जानकारी के अनुसार मिठु की गिरफ्तारी के लिये पुलिस पटना स्थित लॉज भी गयी. लेकिन वह वहां से भी फरार था. जिसके बाद उसे सहरसा से गिरफ्तार कर लिया गया.