सहरसा सदर : जब तक देश से गरीबी नहीं मिटेगी, हिंसा को कोई नहीं रोक सकता है. गरीबी ही देश की सबसे बड़ी दुश्मन है. दलितों को अपनी सुरक्षा व अधिकार के लिए आगे आना होगा. इस देश के दलित यदि अपने अधिकार की आवाज उठाते हैं, तो उन्हें उपद्रवी घोषित किया जाता है.
जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव रविवार को स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. अपने तीखे बयान को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सांसद पप्पू यादव ने जेएनयू मामले में कन्हैया का समर्थन किया. वेमुला आत्महत्या के मामले में भी उन्होंने सरकार को कठघरे में खड़ा किया.
उन्होंने कहा कि देश का सिस्टम बिगड़ रहा है. कानून व्यवस्था लचर है. उड़ीसा बंगाल व अन्य प्रांतों में किसान आत्महत्या कर रहे हैं. इसे चैलेंज करने के बाद ही असली आजादी हासिल की जा सकती है. अपने विचारों को रखने वाला देश द्रोही कैसे हो गया? सांसद ने कहा कि इस देश के सिस्टम को बदलने के लिए लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ी जायेगी. इसके अलावा उन्होंने धर्मस्थल, राजनीतिज्ञों व कश्मीर मसले पर भी विवादास्पद टिप्पणी दी. इसे हम नैतिकता के नाते नहीं छाप रहे हैं.