संवेदक पति के नाम काटा 11 लाख रुपये का चेक
सहरसा मुख्यालय : स्कूली व्यवस्था में अनियमितताओं की खेती कर रही प्रधान शिक्षिका के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं ही की जा सकी. जबकि ग्रामीणों की शिकायत पर बीडीओ ने जांच कर अपना रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को सौंप एमडीएम की राशि वसूलने व कार्रवाई करने की अनुशंसा की थी. पूर्व में भी इस प्रधान शिक्षिका के […]
सहरसा मुख्यालय : स्कूली व्यवस्था में अनियमितताओं की खेती कर रही प्रधान शिक्षिका के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं ही की जा सकी. जबकि ग्रामीणों की शिकायत पर बीडीओ ने जांच कर अपना रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को सौंप एमडीएम की राशि वसूलने व कार्रवाई करने की अनुशंसा की थी. पूर्व में भी इस प्रधान शिक्षिका के विरुद्ध शिकायतें और जांच होती रही है. लेकिन कभी विभागीय अथवा प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा उसके विरुद्ध कार्रवाई कर स्कूली व्यवस्था को सुधारने का प्रयास नहीं किया गया. लिहाजा स्कूल में पठन-पाठन से लेकर सभी योजनाओं में अनियमितता पूर्व की तरह बदस्तूर जारी है.
संवेदक पति पर बनी रही मेहरबान: प्रधान शिक्षिका सुनीला कुमारी के पति पतरघट प्रखंड में एमडीएम के संवेदक हैं. लेकिन सहरबा गांव के इस एनपीएस में प्रधानाध्यापिका अपने पति पर मेहरबान बनी रही और दो अलग-अलग खातों से नौ लाख पांच हजार आठ सौ रुपये एवं एक लाख नवासी हजार रुपये का चेक काट दिया है. इसमें मध्याह्न भोजन, किचेन शेड एवं भवन निर्माण की राशि शामिल है. आश्चर्य है कि पैसा आवंटित व खाते से पैसा निकासी होने के बाद भी किचेन शेड का निर्माण नहीं हुआ और निर्माण कराए गए भवन की छत व दीवारें दरकने लगी है.
निलंबन के आदेश को डीपीअो ने किया रद्द
बीडीओ ने अपने रिपोर्ट में डीएम को बताया कि जांच के क्रम में प्रभारी शिक्षिका द्वारा गबन व अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद शिक्षक नियमावली के आलोक में शिक्षिका के निलंबन का आदेश निकाला गया. जिस पर एमडीएम के डीपीओ ने दो दिनों के अंदर बगैर जांच किए विभागीय नियमों के विपरीत निलंबन के आदेश को स्थबित कर दिया. बीडीओ ने कहा कि प्रभारी शिक्षिका को योजनाओं की राशि लूटने में डीपीओ का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने डीएम से शिक्षिका से एमडीएम की राशि वसूलने के साथ कार्रवाई करने की अनुशंसा की थी. लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है.