बिहार : सहरसा कोर्ट परिसर में छापा, बड़ी तादाद में नकली स्टांप बरामद

सहरसा सिटी : नकली स्टांप की बिक्री की गुप्त सूचना पर सोमवार की देर शाम कोर्ट परिसर में छापेमारी की गयी. एसडीओ मो जहांगीर आलम व सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास के नेतत्व में हुई छापेमारी में नकली स्टांप बरामद किये गये. साथ ही तीन लोगों को हिरासत में लिया गया. छापेमारी की भनक लगते ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2016 7:53 AM
सहरसा सिटी : नकली स्टांप की बिक्री की गुप्त सूचना पर सोमवार की देर शाम कोर्ट परिसर में छापेमारी की गयी. एसडीओ मो जहांगीर आलम व सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास के नेतत्व में हुई छापेमारी में नकली स्टांप बरामद किये गये. साथ ही तीन लोगों को हिरासत में लिया गया. छापेमारी की भनक लगते ही कोर्ट परिसर में सनसनी फैल गयी. अधिवक्ता व पैरवी कराने आये लोगो की भीड़ जुट गयी. पुलिस ने किसी तरह लोगों को वहां से हटा अपनी जांच जारी रखी. जानकारी के मुताबिक छापेमारी कल देर रात भी हुई.जिसमेंछह लाख से ज्यादा का स्टांपबरामद किया गया है.

गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में मिली जानकारी पर सदर थाना के भेड़धरी गांव में पुलिस की छापामारी में नकली स्टांप छापने वाली मशीन, कम्प्यूटर, प्रिंटर मशीन सहित कई अन्य उपकरण बरामद हुये हैं.

कर्मी ने की पहचान
डीएम के निर्देश पर गठित टीम द्वारा स्टांप पकड़ने के बाद पूर्व वेंडर द्वारा असली बता गुमराह करने का भी प्रयास किया गया. अधिकारियों ने कोर्ट के कर्मचारी की मदद लेने की बात कही. जिसके बाद कोर्ट में कार्यरत कर्मी रितिका ने जब्त स्टांप को नकली करार दिया. छापेमारी में सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, सोनवर्षा कचहरी प्रभारी पंचलाल यादव सहित पुलिस बल शामिल थे.
जाली मशीन से किया गया स्टांप का निर्माण
जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल को सूचना मिली कि कोर्ट परिसर में नकली स्टांप धड़ल्ले से बिक रही है.उन्होंने तुरंत एसडीओ व एसडीपीओ के नेतत्व में टीम गठित कर छापेमारी का निर्देश दिया. छापेमारी के दौरान 110 रुपये के 11 व सौ के 16 नकली स्टांप के साथ अधिकारियों ने अधिवक्ता नवहट्टा निवासी रामसागर यादव, पूर्व स्टांप भेंडर देवरतन पांडेय व मनोज पंडीत को हिरासत में लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि प्रथम द‍ृष्टया यह सामने आया है कि जाली फेंकिंग मशीन से स्टांप का निर्माण कर सरकारी राजस्व की चोरी की जा रही है.
लोगों ने बताया कि भोली-भाली जनता को नकली स्टांप देकर वर्षों से ठगा जा रहा था. यदि मामले की जांच निष्पक्ष ढंग से हो तो कई चेहरे सामने आयेंगे, जो इस अवैध कार्य में संलिप्त है. कोर्ट परिसर में नकली स्टांप मिलने के बाद पूर्व वेंडर के घर पर भी छापेमारी की जा रही है.

Next Article

Exit mobile version