खेतों में लगे गेहूं को चूहों ने कुतर किया बरबाद

सोनवर्षाराज : क्षेत्र के किसानों की समस्याओं का शायद ही कभी अंत होगा. कभी अल्पवृष्टि तो कभी अति वृष्टि. कभी घटिया उर्वरक व बीज की वजह से फसल का खराब होना लगा रहता है. आंधी-तूफान के कारण भी फसलों की बरबादी होती रहती है. हालांकि ऐसी कुछ स्थिति में बरबाद हुए फसल के लिए सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2016 7:14 AM
सोनवर्षाराज : क्षेत्र के किसानों की समस्याओं का शायद ही कभी अंत होगा. कभी अल्पवृष्टि तो कभी अति वृष्टि. कभी घटिया उर्वरक व बीज की वजह से फसल का खराब होना लगा रहता है. आंधी-तूफान के कारण भी फसलों की बरबादी होती रहती है. हालांकि ऐसी कुछ स्थिति में बरबाद हुए फसल के लिए सरकार मुआवजा देती है.
लेकिन इस बार क्षेत्र के किसानों के समक्ष एक नई समस्या आ गई है. एकड़ के एकड़ खड़ी गेहूं की फसल को चूहे ने कुतर कर बरबाद कर दिया है. किसानों के समक्ष एक बड़ा सवाल खड़ा है कि क्या चूहों से हुई बरबादी का मुआवजा सरकार देगी. इस बार गेहूं उत्पादक किसानों के लिए चूहा एक बहुत बड़ा सरदर्द साबित हो रहा है.
मनौरी गांव के कृषक बेचन यादव, अवधेश कुमार यादव, संजीव कुमार सिंह, चन्द्रदेव यादव, शारदानंद प्रसाद सिंह, बद्री साह, सुनील मरर, महेन्द्र यादव आदि बताते है कि चूहों ने खड़ी गेहूं की फसल को इस कदर बरबाद किया है कि खड़ी फसल सिर्फ मेड़ों के किनारे-किनारे ही नजर आती है. एक दो पखवाड़े में गेहूं की कटाई प्रारंभ होने वाली थी. लेकिन चूहे के कारनामे ही वहज से इस बार खेती में लगाई गई उर्वरक व बीज का खर्च भी उपर होना मुश्किल है. और तो और बरबाद हुए फसल की कटाई में मजदूर भी खेतों पर जाने से इनकार कर रहे हैं.

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