…तब तक गंदगी में ही रहना होगा
सहरसा मुख्यालय. बीते 19 मार्च को कोसी महोत्सव का उद्घाटन करते राज्य सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री प्रो डॉ अब्दुल गफूर ने घोषणा किया कि सरकार ने सहरसा में मास्टर नाले के निर्माण की स्वीकृति दे दी है. शीघ्र ही लोगों की जलनिकासी की समस्या दूर हो जाएगी. लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि नाला निर्माण का काम कब शुरू होगा? यह भी नहीं कहा कि क्या बड़े नाले के निर्माण होने तक नागरिकों को नालों के गंदे पानी के बीच रहना होगा? क्या नगर परिषद को लापरवाही बरतने की मंत्री की मौन स्वीकृति है? मंत्री जी ने यह भी नहीं बताया कि क्या तीन महीने बाद शुरू हो रहे बरसात में शहर नाले के गंदे पानी में नहीं डूबेगा?
सहरसा सिटी : सदर थाना क्षेत्र के सहरसा-मधेपुरा मुख्य मार्ग स्थित हटियागाछी के समीप रविवार को आपसी विवाद में गोली चलने का मामला प्रकाश में आया है. मामला प्रकाश में आते ही शहर में सनसनी फैल गयी. सूचना पर सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह सदल-बल हटियागाछी पहुंचे, लेकिन तबतक दोनों पक्ष घटनास्थल से जा चुके थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ था.
जिसमें एक पक्ष के द्वारा गोली चला दी गयी. लोगों ने बताया कि जमीन विवाद कई वर्षो से दोनों में चल रहा है. हालांकि घटना के कई घंटे के बाद भी खबर लिखे जाने तक दोनों पक्षों में किसी के द्वारा थाना में आवेदन नहीं दिया गया है. इस बाबत सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. अनुसंधान किया जा रहा है. किसी ने कोई आवेदन नहीं दिया है.