सेवा भाव कूट-कूट कर भरा है केजरीवाल व मनीष में

सहरसा: अखिल भारतीय खादी मिशन के सह संयोजक सह बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष सोशल एक्टीविस्ट लोकेंद्र भारतीय कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल में विकट परिस्थितियों से लड़ने की अदम्य साहस है. सेवा की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हुई है. लोकेंद्र ने बताया कि दूसरों के कष्ट को देखकर अरविंद का हृदय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2013 7:13 AM

सहरसा: अखिल भारतीय खादी मिशन के सह संयोजक सह बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष सोशल एक्टीविस्ट लोकेंद्र भारतीय कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल में विकट परिस्थितियों से लड़ने की अदम्य साहस है. सेवा की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हुई है. लोकेंद्र ने बताया कि दूसरों के कष्ट को देखकर अरविंद का हृदय पिघल जाता था व पीड़ित को सबसे बेहतर मदद पहुंचाने के लिए वे सफल होने तक प्रयास करते रहते थे. उन्होंने कहा कि विलक्षण प्रतिभा के धनी केजरीवाल व मनीष सिसोदिया ने अपने सात दिनों के प्रवास के दौरान यहां के लोगों को भी सेवा करने का सही अर्थ समझा दिया. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वे हमेशा ही आग की तरह भड़कते रहे हैं. वे कल भी प्रेरक थे, आज भी हैं और कल भी बने रहेंगे.

सरल व मिलनसार हैं अरविंद केजरीवाल

जिला खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार झा ने बताया कि उन्हें लगा ही नहीं कि वे इनकमटैक्स कमिश्नर पद से त्याग पत्र देकर आये व मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति के साथ काम कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल व मनीष सिसोदिया के चेहरे पर बाढ़ पीड़ितों की चिंता स्पष्ट रूप से दिखती थी. संघ के जिला मंत्री मुकेश कुमार सुमन कहते हैं कि अरविंद व मनीष बिल्कुल सामान्य, सरल व मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति हैं. समाज के सबसे पिछड़े व जरूरतमंदों तक राहत सामग्री पहुंचाने की फिक्र बनी रहती थी. वे कहते थे कि सरकार क्या कर रही है, इस बात पर ध्यान देने का समय नहीं है. जरूरत है हम इंसान होकर पीड़ित इंसानों के लिए क्या कर रहे हैं. केंद्र भंडार के मैनेजर नकुल कुमार सिंह बताते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री बन रहे अरविंद केजरीवाल व उनके कैबिनेट में शामिल हो रहे सिसोदिया में किसी तरह की हाई-फाई प्रवृति नहीं थी. वे यहीं के कल्चर में ढल कर रहते थे.

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