…तो शराबी भी करते हैं आनेवाले बालू लदे ट्रक का इंतजार
किशनगंज होकर बिहार की सीमा में आते हैं ट्रक बालू में शुरू हुई शराब की तस्करी! शराबबंदी के बाद शराबियों व शराब का धंधा करने वालों ने नयी तरकीब निकाल ली है. अब ट्रकों में बालू के नीचे शराब की बोतल छुपा कर तस्करी की जा रही है. पूर्ण शराब बंदी के बाद भी शराब […]
किशनगंज होकर बिहार की सीमा में आते हैं ट्रक
बालू में शुरू हुई शराब की तस्करी!
शराबबंदी के बाद शराबियों व शराब का धंधा करने वालों ने नयी तरकीब निकाल ली है. अब ट्रकों में बालू के नीचे शराब की बोतल छुपा कर तस्करी की जा रही है. पूर्ण शराब बंदी के बाद भी शराब के अवैध कारोबारियों ने अब अलग रास्ता अख्तियार कर लिया है. जहां प्रशासन को शक न हो और धंधा आराम से चलता रहे. अवैध कारोबारी अब बालू से भरे ट्रकों को अपना साधन बना धड़ल्ले से बंगाल निर्मित सेवेंटी शराब व विदेशी की आपूर्ति करने के जुगत में लग गये है.
प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक किशनगंज और गलगलिया होकर बिहार की सीमा पर प्रवेश करता है. अधिकांश बालू लदे ट्रकों पर बंगाल निर्मित सेंवटी और विदेशी शराब की खेप लायी जाती है. सूत्रों की मानें तो सिलीगुड़ी चिप्स व आसाम के कोयला के ट्रकों पर लदे सामान के बीच रख कर दारू की खेप लायी जा रही है. इसके अलावा ट्रक के चालक भी कम मात्रा में शराब लाकर स्थानीय शराबियों से ज्यादा मुनाफा कमा कर मालामाल हो रहे हैं.
नयी तरकीब निकाल रहे शराब विक्रेता, बालू के ट्रक में पहुंच रही शराब
शराब की तस्करी को रोकना पुलिस के लिए चुनौती