सहरसा : पंचायत के तुगलकी फरमान ने ली युवक की जान!
सिमरी नगर : सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत अंतर्गत भद्दा टोला निवासी मो मुन्ना के पुत्र मो अरमान (14) ने गुरुवार रात लगभग दस बजे रानीबाग ढ़ाला के समीप चलती ट्रेन के सामने छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली. वहीं युवक को बचाने के क्रम में उसकी नानी गंभीर रूप से जख्मी हो गयी. इसे आनन-फानन […]
सिमरी नगर : सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत अंतर्गत भद्दा टोला निवासी मो मुन्ना के पुत्र मो अरमान (14) ने गुरुवार रात लगभग दस बजे रानीबाग ढ़ाला के समीप चलती ट्रेन के सामने छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली. वहीं युवक को बचाने के क्रम में उसकी नानी गंभीर रूप से जख्मी हो गयी. इसे आनन-फानन में सिमरी अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए उसे सहरसा रेफर कर दिया. इधर, मृत युवक की लाश को शुक्रवार सुबह आनन-फानन में परिजनों ने दफना दिया.
क्या था मामला : अनुमंडल अंतर्गत सिमरी पंचायत के समस्तीपुर गांव से बीते मंगलवार को एक नौंवीं कक्षा की छात्रा घर से प्रेमी के साथ फरार हो गयी थी. परिजनों व आसपास के लोगों ने अपने स्तर से छानबीन कर छात्रा को बरामद कर मामले को पंचायत स्तर पर सुलझाने का प्रयास किया. छात्रा को भगाने का आरोप भद्दा टोला निवासी मृतक मो अरमान पर लगा कर युवक को उस लड़की से निकाह करने का दबाव बनाया गया, लेकिन युवक का कहना था कि वह शादी नहीं करेगा क्योंकि उसने लड़की को नहीं भगाया है.
लेकिन, पंचायत ने इस बात को नहीं मान कर युवक के परिवार पर 41 हजार रुपये का जुमार्ना लगा दिया. पंचायत की दबाव की वजह से युवक के द्वारा 11 हजार रुपये देने की बात भी सामने आ रही है. इधर, गुरुवार रात आश्चर्यजनक रूप से अरमान के मौत को गले लगा लेने से पुरे भद्दा टोला में सन्नाटा पसरा है. वहीं गरीबी व समाज के भय से पीड़ित परिवार इस बात की शिकायत पुलिस से करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा.
घर में मचा कोहराम : घर के लाल की इस कदर आत्महत्या कर लेने के बाद मृतक की मां व पिता का रो-रो कर बुरा हाल है. गरीबी की मार झेल रहे परिवार का लाडला रानीबाग में जूता चप्पल की दुकान चलाता था. वहीं आत्महत्या को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है.
आत्महत्या को लेकर जितनी मुंह उतनी बातें हो रही थी. घटना का कारण कोई दो दिन पूर्व के प्रेम प्रसंग मामले में झूठे तरीके से दोषी करार दिये जाने को बताया जा रहा है, तो कोई जुर्माने की राशि देने का दबाव बता रहा है. ग्रामीणों के अनुसार कारण जो भी हो, उसे प्रशासन स्पष्ट करे और यदि कोई दोषी है तो उसे सजा दे.