समय के साथ बढ़ी रफ्तार दोपहर बाद लग गयी कतार
पंचायत चुनाव. कंट्रोल रूम में बनी रही गहमा गहमी सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कंट्रोल रूम की घंटी ऐसे ही बजते रही. इस कदर के कुछ सवाल भी फोन लाइन के दूसरे तरफ से लोग करते रहे. सहरसा शहर : …ट्रिन ट्रिन ट्रिन…हल्लो इलेक्शन कंट्रोल रूम…मैं …पंचायत से बोल रहा हूं….अभी […]
पंचायत चुनाव. कंट्रोल रूम में बनी रही गहमा गहमी
सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कंट्रोल रूम की घंटी ऐसे ही बजते रही. इस कदर के कुछ सवाल भी फोन लाइन के दूसरे तरफ से लोग करते रहे.
सहरसा शहर : …ट्रिन ट्रिन ट्रिन…हल्लो इलेक्शन कंट्रोल रूम…मैं …पंचायत से बोल रहा हूं….अभी तक मतदान शुरु नहीं हुआ है. हल्लो… मैं प्रत्याशी बोल रहा हूं…तटबंध के अंदर बूथ कैप्चर कर लिया गया है…कंट्रोल रूम में तैनात अधिकारी व कर्मी भी संबंधित जिम्मेवार लोगों को मामले की जानकारी देते रहे. पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान कंट्रोल रूम में कभी सन्नाटा तो कभी फोन की घंटी घनघनाती रही.
कभी तेज कभी धीमी हुई वोटिंग
भीषण गरमी के बीच सुबह में मतदान प्रतिशत धीमा रहा. सुबह 11 बजे तक सलखुआ में 21 प्रतिशत व पतरघट में 20.35 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं एक बजे सलखुआ 45 प्रतिशत व पतरघट 32 प्रतिशत. तीन बजे पतरघट 41 प्रतिशत व सलखुआ में 60 प्रतिशत मतदान हो पाया था. मिली जानकारी अनुसार सलखुआ में 3 बजे मतदान समाप्ति का समय रखा गया था. लेकिन मतदाताओं की बड़ी संख्या लाइन में लगे रहने के कारण मतदान प्रक्रिया जारी थी. चार बजे तक की सूचनाओं के अनुसार पतरघट में 55 प्रतिशत व सलखुआ में 69 प्रतिशत मतदान हुआ.
तपती गरमी में किया मतदान
सिमरी बख्तियारपुर. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में हो रहे सलखुआ प्रखंड के 11 पंचायतों के जनप्रतिनिधि को चुनने के लिए मतदाताओं में सुबह से खासा उत्साह था. मतदान केंद्रों पर महिलाओं व पुरूष मतदाताओं की लंबी कतार प्रचंड गरमी रहने के बावजूद देखी गयी. वृद्ध विकलांग मतदाताओं ने घंटों रुक कर, पर अपने-अपने मत का प्रयोग किया.
कंट्रोल रूम में लगातार ट्रिंग-ट्रिंग घंटी बजती रही. समर्थक के मतदान केंद्रों पर देरी व प्रत्याशियों के बार-बार आ जाने को लेकर शिकायत करते देखे गए. कंट्रोल रूम से लगातार पदाधिकारियों को मतदान केंद्रों पर जाने का निर्देश दिया जाता रहा. वहीं बूथ संख्या 75, 76, 77 पर मतदान केंद्रों पर विलंब होने पर पदाधिकारी सुमन कुमार साह ने पहुंच कर मतदान में तेजी लाने का निर्देश दिया. मतदान केंद्र 78 पर दोनों पैर से विकलांग मीरा ने एक किलोमीटर की दूरी तय कर मतदान किया.
हालांकि अधिकांश मतदान केंद्रों पर पानी की व्यवस्था नहीं रही. गरमी के कारण लोग प्यासे रहे. तेज पछिया हवा ने मतदान केंद्रों पर लगाये गये टेंट को उखाड़ फेंक दिया. जिस कारण तपती गरमी में खड़े होकर मतदाताओं को मतदान करना पड़ा.